अबकी बार जज की बेटी के दाखिले में LU प्रशासन ने किया खेल

लखनऊ यूनिवर्सिटी (एलयू) के दाखिलों में हेराफेरी का एक ताजा मामला सामने आया है। इस बार एलयू के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही का शिकार एक जज की बेटी बनी।

Update: 2017-07-19 21:50 GMT

लखनऊ: लखनऊ यूनिवर्सिटी (एलयू) के दाखिलों में हेराफेरी का एक ताजा मामला सामने आया है। इस बार एलयू के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही का शिकार एक जज की बेटी बनी।

क्या है मामला ?

दरअसल, जज हरिनाथ पांडेय की बेटी रत्ना पांडेय ने एलएलएम की परीक्षा में सामान्य श्रेणी में 5वीं रैंक हासिल की थी प्राप्त की थीं। उनको एलयू प्रशासन ने काउंसिलिंग के लिए मंगलवार (18 जुलाई) को बुलाया था।

रत्ना समय पर जब पहुंची तो उनको एक कमरे में बैठा दिया गया और बताया गया कि आप इंतजार करिए, आपको बुला लिया जाएगा। काफी देर इंतजार के बाद रत्ना को जब नहीं बुलाया गया तो वह संकाय अध्यक्ष (डीन) से मिलीं और पूरी बात बताई।

इस पर संकाय अध्यक्ष ने सीट फुल होने की बात कहकर एडमिशन लेने से मना कर दिया। इस संबंध जब जज हरिनाथ ने एलयू के डीन और वीसी से मुलाकात की तो इन दोनों ने इसमें एलयू प्रशासन की गलती मानते हुए गुरुवार (20 जुलाई) को मिलने के लिए बुलाया है, लेकिन वह सीट फुल होने का अब भी रोना रो रहे हैं। वहीँ रत्ना अब भी अपने भविष्य को लेकर काफी परेशान है।

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