शिक्षक दिवस विशेष: जानें डॉ. सर्वपल्ली के ऐसे दस विचार-जिससे मिलती है प्रेरणा
लखनऊ: प्रति वर्ष 5 सितम्बर को भारत में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। इस दिन देश के द्वितीय राष्ट्रपति रहे डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिवस हुआ था। hindi.newstrack.com आज आपको इनकी कुछ ऐसे विचारों को आपको बताने जा रहा है जिससे आज भी छात्रों और शिक्षकों को प्रेरणा मिलती है।
1. शिक्षक वह नहीं जो छात्रों के दिमाग में तथ्यों को जबरन ठूॅंसे बल्कि वास्तविक शिक्षक वह है जो छात्र को आने वाले कल के चुनौतियों के लिए तैयार करे।
2. पुस्तकें वह साधन हैं जिसके माध्यम से हम विभिन्न संस्कृतियों के बीच पुल का निर्माण करते हैं।
3. किताबें पढ़ने से हमें एकांत में विचार करने की आदत और सच्ची खुशी मिलती है।
4. शिक्षा का परिणाम एक मुक्त रचनात्मक व्यक्ति होना चाहिए जो एतिहासिक परिस्थितियों और प्राकृतिक आपदाओं से लड़ सके।
5. ज्ञान हमें शक्ति और प्रेम परिपूर्णता प्रदान करता है।
6. कोई भी आजादी तब तक सच्ची नहीं होती जब तक उसे विचार की आजादी प्राप्त न हो किसी भी धार्मिक विश्वास या राजनीतिक सिद्धोत को सत्य की खोज में बाधा नहीं देनी चाहिए।
7. शिक्षा के द्वारा मानव मष्तिष्क का सदुपयोग किया जा सकता है।
8. भगवान की पूजा नहीं होती बल्कि उन लोगों की पूजा होती है जो उनके नाम पर बोलने का दावा करते हैं।
9. धर्म के बिना इंसान लगाम के बिना घोड़े की तरह है। धर्म भय पर विजय है; असफलता और मौत का मारक है।
10. यदि मानव दानव बन जाता है तो ये उसकी हार है , यदि मानव महामानव बन जाता है तो ये उसका चमत्कार है। यदि मनुष्य मानव बन जाता है तो ये उसके जीत है।