QS University Rankings BRICS: भारत के टॉप 10 में जिंदल ग्लोबल विश्वविद्यालय

टरडिसीप्लीनेरी ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) को क्यूएस यूनिवर्सिटी रैंकिंग-ब्रिक्स 2018 एडिशन द्वारा भारत के शीर्ष 10 निजी संस्थानों में स्थान दिया गया है। जेजीयू हरियाणा का पहली और एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है, जिसे अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में स्थान मिला है। जेजीयू को ब्रिक्स क्षेत्र (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) के 9000 विश्वविद्यालयों में 251-300 रैंक में रखा गया है, जिसमें इस क्षेत्र के शीर्ष 28 फीसदी विश्वविद्यालय शामिल हैं।

Update:2017-11-25 16:52 IST

नई दिल्ली: इंटरडिसीप्लीनेरी ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (JGU) को क्यूएस यूनिवर्सिटी रैंकिंग-ब्रिक्स 2018 एडिशन की ओर से भारत के टॉप 10 निजी संस्थानों में स्थान दिया गया है। जेजीयू हरियाणा का पहली और एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है, जिसे अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में स्थान मिला है। जेजीयू को ब्रिक्स क्षेत्र (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) के 9000 विश्वविद्यालयों में 251-300 रैंक में रखा गया है, जिसमें इस क्षेत्र के शीर्ष 28 फीसदी विश्वविद्यालय शामिल हैं।

यह रैंकिंग आठ प्रदर्शन संकेतकों के आधार पर दिया गया है, जिसमें अकादमिक प्रतिष्ठा, नियोक्ता प्रतिष्ठा, पीएचडी के साथ संकाय व छात्र अनुपात, शोध प्रकाशन और उद्धरण दर, अंतरराष्ट्रीय संकाय और छात्रों का अनुपात शामिल है। ये रैंकिंग इन पांच तेजी से विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के अग्रणी संस्थानों की शक्तियों और कमजोरियों की जानकारी देता है।

क्या कहा जेजीयू के संस्थापक ने?

जेजीयू के संस्थापक कुलपति नवीन जिंदल ने कहा, "प्रतिष्ठित क्यूएस रैंकिंग में आना जेजीयू और साथ ही हरियाणा के लिए गर्व की बात है। अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग में भारतीय विश्वविद्यालय की प्रविष्टि ने न केवल उच्च स्तर पर उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए नए अवसरों का निर्माण किया है बल्कि भारतीय उच्च शिक्षा के लिए उत्कृष्टता के मॉडल भी उपलब्ध कराए हैं। भारत की जनसांख्यिकीय प्रोफाइल और देश के विकास संबंधी संदर्भ को देखते हुए, भारत की शिक्षा में अधिक से अधिक सीएसआर निवेश और चैरिटी की आवश्यकता है।"

ये भी पढ़ें... ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी को स्वच्छता रैंकिंग में मिला पहला स्थान

उच्च शिक्षा को बढ़ाना जरूरी

उन्होंने कहा, "भारत में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाना आवश्यक है। भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों को प्रमुख वैश्विक विश्वविद्यालयों के अनुभवों से सीखना होगा। इस बात की आवश्यकता है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए हमें वैश्विक उत्कृष्टता वाले संस्थानों का निर्माण करने की आवश्यकता है। जिंदल समूह अपने संस्थापक ओपी जिंदल की दृष्टि और दूरदर्शिता से प्रेरित होते हुए सीएसआर और अन्य सामाजिक पहलों के माध्यम से कॉपोर्रेट परोपकार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।"

जेजीयू के संस्थापक उप-कुलपति प्रोफेसर (डा) सी राजकुमार ने कहा, "यह एक युवा विश्वविद्यालय के लिए एक असाधारण उपलब्धि है जिसने अभी सिर्फ आठ साल पूरे किए हैं। हम अंतरराष्ट्रीय सहयोग के विकास में सफल रहे और इसमें सफल हुए हैं। इसने जेजीयू को दुनिया के 50 से अधिक देशों में फैले 200 से अधिक विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों के साथ काम करने में सक्षम बनाया है।"

कुलपति ने कहा कि हमारी संस्थागत प्रतिबद्धता और वैश्विक आकांक्षा इस तथ्य से दिखती है कि हमारे 20 फीसदी से अधिक संकाय गैर-भारतीय नागरिक हैं। ये 20 विभिन्न देशों से आए है, जो उत्कृष्ट शिक्षा में योगदान देने के लिए मिशन द्वारा संचालित, अभिनव शिक्षण अध्यापन और अनुसंधान में लगे हुए हैं।

आईएएनएस

Tags:    

Similar News