फीचर फिल्मों से ज्यादा शॉर्ट फिल्मों को बेस्ट मानती हैं एक्ट्रेस भूमि पेडनेकर

Update:2017-06-19 15:36 IST

नई दिल्ली: भूमि पेडनेकर का कहना है कि लघु फिल्मों की खूबी यह होती है कि ये कम समयावधि में सीधे मुद्दे की बात दिखाती हैं।

भूमि प्रेम और वासना पर आधारित लघु फिल्म में काम कर चुकी हैं, जिसका निर्देशन जोया अख्तर ने किया है।

भूमि ने यह पूछे जाने पर कि क्या वह दर्शकों से जुड़ने के लिए फीचर फिल्मों के मुकाबले लघु फिल्मों को बेहतर मानती हैं तो उन्होंने बताया, "नहीं, मुझे नहीं लगता कि कोई भी दूसरे से बेहतर काम करता है। संयोग से फीचर फिल्मों के दर्शकों की संख्या ज्यादा है, तो आप स्वत: ही दर्शकों के बड़े समूह से जुड़ जाते हैं।"

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म 'दम लगाके हईशा' (2014) से बॉलीवुड में आगाज करने वाली भूमि पेडनेकर का मानना है कि हर कहानी की अपनी खास जगह होती है।

भूमि (27) के मुताबिक, "हर कहानी को एक निश्चित समयावधि की जरूरत होती है। मुझे लगता है कि हमें कहानी के साथ न्याय करना चाहिए और ेदेखना चाहिए कि यह किस प्रारूप में काम करती है, लेकिन हां, लघु फिल्मों का फायदा यह होता है कि ये कम समय सीमा अवधि की और बात को बिना इधर-उधर घुमाएं सीधे कह देती हैं।"

उन्होंने कहा कि लघु फिल्में ज्यादा प्रभावकारी हैं, लेकिन देश में इन फिल्मों को कम संख्या में दर्शक देखते हैं। हालांकि इंटरनेट के कारण धीरे-धीरे इसमें बदलाव हो रहा है और इसे भी दर्शक मिल रहे हैं।

भूमि फिलहाल अपनी आगामी फिल्म 'ट्वायलेट एक प्रेम कथा' के प्रचार में व्यस्त हैं। इस फिल्म में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता अक्षय कुमार और दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर भी हैं।

अभिनेत्री जल्द ही अपनी आगामी फिल्म 'शुभ मंगल सावधान' में आयुष्मान खुराना के साथ एक बार फिर नजर आएंगी, जिनके साथ वह अपनी पहली फिल्म 'दम लगाके हईशा' में काम कर चुकी हैं।

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