Pankaj Tripathi कभी होटल में थे वेटर, तो कभी खाई जेल की हवा, लाख मुश्किलें झेल ऐसे बदली थी 'कालीन भैया' की किस्मत

Pankaj Tripathi Struggle Life: अपनी एक्टिंग से लोगों के दिलों पर राज करने वाले पंकज त्रिपाठी आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं, लेकिन अपनी ये पहचान बनाने के लिए एक्टर ने कई मुश्किलों का सामना किया है। आइए आपको विस्तार से बताते हैं।

Update:2023-07-07 16:22 IST
Pankaj Tripathi Struggle Life (Image Credit: Instagram)

Pankaj Tripathi Struggle Life: अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुके पंकज त्रिपाठी को आज किसी नाम की जरुरत नहीं है, लेकिन एक समय ऐसा भी था, जब उन्हें कोई नहीं जानता था और अपने सपनों को पूरा करने के लिए जो संघर्ष उन्होंने किया है, उसके बारे में भी शायद ही कोई जानता हो, लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि कैसे यहां तक पहुंचने के लिए पंकज त्रिपाठी ने जी-तोड़ मेहनत की है। आइए आपको पंकज त्रिपाठी के स्ट्रगल के दिनों के कुछ किस्से सुनाते हैं।

पंकज त्रिपाठी ने होटल में किया है वेटर का काम

यह तो आप जानते ही होंगे कि पंकज त्रिपाठी बिहार के रहने वाले हैं। पंकज को एक्टिंग का शौक तो बचपन से ही था। ऐसे में वह अपने गांव के नाटकों में लड़की का किरदार निभाया करते थे, जिसे लोगों द्वारा खूब पसंद भी किया जाता था। अपने इसी शौक को आगे बढ़ाते हुए पंकज ने कुछ सालों बाद थिएटर ज्वाइन कर लिया, लेकिन थिएटर के लिए उन्हें पैसे चाहिए थे, जो उन्हें उनके घरवाले देते नहीं थे। इस कारण पंकज को रात में होटल में एक वेटर का काम करना पड़ता और फिर वह सुबह में थिएटर जाते थे।

जेल की हवा भी खा चुके हैं पंकज त्रिपाठी

आपने पंकज त्रिपाठी को उनकी फिल्मों और वेब सीरीज में राजनेता के किरदार में भी देखा होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं असल जिंदगी में भी पंकज को राजनीति में काफी दिलचस्पी थी। जी हां...कॉलेस में उन्होंने छात्र संगठन एबीवीपी में हिस्सा लिया। ऐसे में जब एक बार वह किसी आंदोलन में उन्होंने हिस्सा लिया, तो किसी कारण से उन्हें जेल जाना पड़ा था। वह जेल में एक हफ्ते तक रहे थे। इसके बाद राजनीति करने का भूत पंकज के सर गायब हो गया और उन्होंने अपनी पढ़ाई और एक्टिंग की तरफ ध्यान देना शुरू कर दिया।

कई बार आर्थिक तंगी का करना पड़ा था सामना

एक्टिंग सीखने के बाद पंकज त्रिपाठी ने मुंबई की तरफ अपना रुख किया। अपने एक इंटरव्यू में एक्टर ने बताया था कि जब वह मुंबई आए थे, तब उनके पास 46 हजार रुपए थे, जिसमें से 1 महीने बाद केवल 10 हजार रुपए बचे थे। उन्होंने बताया था कि एक बार जब उनकी पत्नी का जन्मदिन था, उस दिन उनके पास न तो केक और न ही गिफ्ट के लिए पैसे थे और जब वह कुछ काम नहीं करते थे, तो उनकी पत्नी ही घर का खर्चा चलाती थीं।

'कालीन भैया' से चमकी किस्मत

बताते चले कि पंकज त्रिपाठी ने साल 2004 में बॉलीवुड में डेब्यू किया था, लेकिन उस फिल्म में उन्हें एक छोटी सा किरदार मिला था। इसके बाद वह कई फिल्मों में नजर आए। लेकिन उन्हें पहचान मिली 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' और 'मिर्जापुर' के कालीन भैया से। इन दिनों वेब सीरीज में पंकज त्रिपाठी की एक्टिंग को सराहा गया था। अपनी एक्टिंग से पंकज ने लाखों-करोड़ों दिलों में अपनी जगह बना ली थी।

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