Jitendra ने 60 से 90 के दशक तक हिंदी सिनेमा में किया राज, खास रहता था जीतू जी का अंदाज़
60 से 90 के दशकों के एक्टर्स की करी जाये तो उनमे जो नाम आता है वो है Jitendra का। जिनका स्टाइल हमेशा से कुछ अलग और खास रहा।
Happy Birthday Jitendra:हिंदी फिल्म जगत हमेशा से अपने एक्टर्स और एक्ट्रेस के खास अंदाज़ के लिए जाना जाता है। और अगर बात 60 से 90 के दशकों के एक्टर्स की करी जाये तो उनमे जो नाम आता है वो है जितेन्द्र (Jitendra) का। जिनका स्टाइल हमेशा से कुछ अलग और खास रहा।
अपने डांस और स्टाइल से सभी को अपना दीवाना बना देने वाले जितेन्द्र का जन्म 7 अप्रैल 1942 को अमृतसर में हुआ था। उन्होंने 60 से 90 के दशक तक हिंदी सिनेमा में राज किया है। जितेन्द्र की पहली बड़ी फिल्म नवरंग (Navrang) थी, लेकिन फिल्म 'गीत गाया पत्थरों ने' (Geet Gaya Pathron Ne) से जितेन्द्र को पहचान मिली। इसके बाद उन्होंने हिम्मतवाला(Himmatvala), तोहफा(Tohfa), नागिन(Nagin), जुदाई (JUdai) और हातिम ताई(Hatim Tai) जैसी तमाम हिट फिल्मों में काम किया है।
जितेंद्र ने अपनी डांसिंग और एक्टिंग से जहाँ सभी का दिल जीता वहीँ उनका स्टाइल बना सफ़ेद रंग। जिसके पीछे भी एक कहानी है जो उन्होंने खुद सभी को बताई। वो न सिर्फ फिल्मों में इस स्टाइल को अपनाते बल्कि रियल लाइफ में भी वो सफ़ेद कपडे ही पहने नज़र आने लगे। जब उनसे उनके इन सफ़ेद कपड़ों का राज़ पुछा गया तो जितेन्द्र ने कहा था कि उस समय कोई फैशन डिजाइनर नहीं हुआ करते थे। ऐसे में अभिनेता अपनी मर्जी से कुछ भी पहन लिया करते थे। जितेन्द्र ने कहा कि एक बार उनसे किसी ने कहा था कि वह सफेद कपड़ों में स्लिम और लंबे नजर आते हैं। उन्होंने कहा कि इसके बाद उन्हें हल्के रंगों में सफेद रंग ज्यादा पसंद आया और उन्होंने उसे पहनना शुरु कर दिया।
जीतू जी को बचपन से ही फ़िल्में पसंद थी और वो फिल्मों में काम भी करना चाहते थे। इत्तेफ़ाक़ से उनके पिता उस जमाने के मशहूर फिल्म निर्माता वी शातांराम (V.Shantaram) के यहां ज्वैलरी भेजने का काम करते थे।लेकिन शुरुआत में उन्हें कोई रोल नहीं मिल पाया लेकिन एक दिन अचानक वी शातांराम ने उन्हें बुलाया। पहले कुछ छोटे मोठे रोल के साथ जीतू जी ने शुरुआत की फिर उन्हें फिल्म 'गीत गाया पत्थरों ने' से अलग पहचान मिल गई।