Junior Mehmood Death: कैंसर से लड़ रहे जंग हार गए जूनियर महमूद, ली आखिरी सांस
Junior Mehmood Death: बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर जूनियर महमूद का निधन हो गया है। एक्टर पेट के कैंसर से जूझ रहे थे और उन्हें चौथी स्टेज का कैंसर था।
Junior Mehmood Death: अपनी दमदार एक्टिंग और कॉमेडी से दर्शकों का दिल जीतने वाले जूनियर महमूद अब हमें हमेशा के लिए अलविदा कह गए हैं। आज का दिन सिनेमाई दुनिया के लिए बेहद दुखद भरा दिन है। दरअसल, जूनियर महमूद पेट के कैंसर से जूझ रहे थे और उन्हें चौथी स्टेज का कैंसर था, लेकिन महमूद कैंसर से लड़ रही जंग से हार गए और 67 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।
घर पर ली अपनी आखिरी सांस
खबरों की मानें, तो जूनियर महमूद ने मुंबई में अपने घर पर आखिरी सांस ली है। इस बात की जानकारी जूनियर महमूद के करीबी दोस्त सलीम काजी ने दी है। हाल ही में जूनियर महमूद के कैंसर की खबर सामने आई थी, जिसके बाद कई सेलेब्स उनसे मुलाकात करने के लिए अस्पताल पहुंचे थे। सबसे पहले महमूद से जॉनी लीवर ने मुलाकात की थी, जिसमें बाद जितेंद्र और सचिन पिलगांवकर भी उनसे मिलने के लिए पहुंचे थे, जिसकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थीं।
जूनियर महमूद की आखिरी इच्छा
बता दें कि जूनियर महमूद का आखिरी वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने अपनी आखिरी इच्छा जाहिर की है। अस्पताल से घर जाते हुए कार में जूनियर महमूद ने एनडीटीवी संग बातचीत की थी और कहा था- ''मैं सीधा-साधा जूनियर आदमी हूं। आपने ये जान ही लिया होगा। बस, मैं मरूं तो दुनिया बोले कि बंदा अच्छा था। चार आदमी ये बोल दे तो समझ लीजिए जीत चुके आप बस।''
हमेशा दिलों में जिंदा रहेंगे जूनियर महमूद
जूनियर महमूद कितने दमदार एक्टर थे यह सभी जानते हैं। अपनी एक्टिंग और कॉमेडी से उन्होंने लाखों लोगों का दिल जीता है। अपने करियर में महमूद ने करीब 200 फिल्मों में काम किया था। वहीं उन्होंने सिर्फ हिंदी ही नहीं बल्कि अन्य भाषाओं के सिनेमाओं में भी काम किया। जूनियर महमूद को 1968 में आई फिल्म ‘ब्रह्मचारी’, 1970 में आई ‘मेरा नाम जोकर’, 1977 में ‘परवरिश’ और 1980 में आई ‘दो और दो पांच’ जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है। भले आज वह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन हिंदी सिनेमा में दिया गया उनका योगदान हमेशा यादगार रहेगा और अपने फैंस के दिलों में वह हमेशा जिंदा रहेंगे।