पहले Bahubali, फिर Pushpa, RRR और अब KGF2, दर्शकों से जाने क्यों साउथ की फिल्मे काट रही हैं बॉक्स ऑफिस पर ग़दर
KGF 2: साऊथ सिनेमा जिस तरह से पैन इंडिया में बवाल काट रहा है। वो शानदार है।
KGF-2: पुष्पा, आरआरआर के बाद केजीएफ 2 बॉक्स ऑफिस पर झामफाड़ कमाई कर रही है । प्रोडक्शन हाउस दबा के नोट गिन रहा है । साऊथ सिनेमा जिस तरह से पैन इंडिया में बवाल काट रहा है । वो शानदार है । यूपी की राजधानी लखनऊ में भी केजीएफ के दीवाने कुछ कम कहीं हैं । इस सबके बीच बॉलीवुड़ भी चर्चा में है । कुछ सवाल कुलबुला रहे थे तो हम उनके जवाब लेने पिच्चर हाल के बाहर खड़े हो गए । उनके क्या जवाब मिले आप भी जानिए ।
पता किए की कहां सबसे पहला शो स्टार्ट होता है । पता चला कि INOX रिवरसाइड, गोमतीनगर में 11: 30 बजे पहला शो स्टार्ट होता है । जब हम INOX पहुंचे तो समय हुआ था 10 बजकर 32 मिनट लखनऊ में आज कहीं भी टिकट नहीं है । यहां कुछ खुश तो कुछ मायूस लड़के लड़कियां चहलकदमी कर रहे हैं । जिनके पास टिकट हैं, वो इतना खुश हैं जैसे कोरोना काल में मोदी जी का फ्री वाला राशन पाकर जनता जनार्दन खुश है ।
हमने इधर-उधर नजर डाली कि कौन हो सकता जिसके सामने हम अपने सवालों की पोटली खोल सकें । तो! सबसे पहले मिले शिखर जो अपने दोस्तों के साथ आए थे । उन्होंने बताया कई दिन से लगे थे टिकट्स के लिए अब जाकर मिले हैं । हमने शिखर से पूछा ऐसा क्या है इस फिल्म में भाई? जो इतना परेशान हो ।
शिखर कहते हैं, फिल्म ऐसी हो जो देखने वालों को कुछ और सोचने का मौका न दे । सारी टेंशन सारी भसड भुला दे । ये वाला काम सिर्फ साऊथ की मूवी करती हैं । क्या एक्शन है? क्या स्टोरी है? क्या वीएफएक्स? मतलब मजा ही आ जाता है इनकी मूवी देख कर ।
शिखर के साथ खड़ी जूली बीच में टोकती हैं, यार इनकी मूवी में अंदाजा ही नहीं लगा सकते कि अब क्या होगा? बॉलीवुड़ वाली देख लो सब पहले से ही पता चल जाता है कि अब क्या होगा ।
हमने पूछा बताओ एक महीने में कितनी बॉलीवुड़ मूवी आई दोनों ने कहा पता नहीं । लेकिन इनको पुष्पा,, आर आर आर और केजीएफ की रिलीज डेट तक याद है ।
पास में ही खड़े थे विष्णु अपने परिवार के साथ । हमें बात करते देख अपने से ही पास आ गए । उन्होंने कहा साऊथ की मूवी में अभी उतनी गन्दगी नहीं है कि परिवार के साथ नहीं देख सकते । बॉलीवुड़ में तो अब जो भी फिल्म आती उनमें इतनी गन्दगी होती कि परिवार के साथ देखना मुश्किल है । साऊथ की कोई भी मूवी देखिए उसमें एक मैसेज जरुर होता है । परिवार की बात होती है जो बॉलीवुड़ में गायब हो चुका है । विष्णु की पत्नी कहती हैं बॉलीवुड़ में अब सिर्फ फूहड़ता ही बची है । स्टोरी बची नहीं है । हम तो अब इंतजार करते हैं कि साऊथ की मूवी रिलीज हो ।
लड़कियों का एक ग्रुप नजर आता है । हम उधर चल देते हैं उनसे बात करने रेहा मिलती हैं, हमने उनसे पूछा साऊथ और बॉलीवुड़ में क्या डिफ़रेंस दिखा? रेहा कहती हैं, बॉलीवुड़ वाले सिर्फ नेपो (नेपोटीज्म) पर ही चलने लगे हैं । किसी की भी लड़की या लड़के को लाकर खड़ा कर देते हैं । न स्टोरी है । न कुछ! अरे एक्टिंग भी आनी चाहिए ना । हमें क्या कुत्ते ने काटा है कि किसी को भी देखने के लिए पैसे फूंक दें । अच्छी मूवी आएगी तो देखेंगे ।
रेहा कि फ्रेंड वनिता कहती हैं साऊथ की मूवी मास को कनेक्ट करती हैं, लेकिन बॉलीवुड़ वाले अब सिर्फ किसी एक क्लास के लिए फिल्म बना रहे है । हमें मजा मस्ती चाहिए जो अब साऊथ की मूवी देख रहे है । अभी वहां कि कोई फिल्म देख लीजिये सब मीनिंगफुल होंगी । तभी इतनी भीड़ है । आप बताओ कश्मीर फाइल्स के आलावा कोई मीनिंगफुल मूवी आई नहीं आई न ।
इनके साथ खड़े सौरभ ने तो गजब बात कही, जब हमें रीमेक ही देखनी है तो क्यों बॉलीवुड़ की मूवी देखें, जब हम साऊथ की ओरिजनल मूवी देख सकते हैं ।
बात हो ही रही थी कि हल्ला मच गया कि 5 मिनट्स बचे हैं, मूवी स्टार्ट होने में । सब उधर चल दिए और हम भी वापसी कर लिए ।
इसके बाद जो बात समझ में आई वो ये कि बॉलीवुड़ मौलिक नहीं रह गया । स्टोरी में दम नहीं । भाई भतीजावाद के चलते स्तर गिर रहा और फूहड़ता बढ़ गई है । और इन सबमें सबसे बड़ी बात ये कि परिवार के साथ देखने में लोग असहज हो जाते हैं ।