Maa Kali Movie Release Date: आईएएस अभिषेक की फिल्म माँ काली इस दिन होगी रिलीज

Cast Of Maa Kali Movie 2024: आईएएस अभिषेक सिंह करने जा रहे है, बंगाली फिल्म Maa Kali से डेब्यू, फिल्म का पहला पोस्टर जारी कर दिया गया है...

Written By :  Shikha Tiwari
Update:2024-03-14 11:04 IST

Maa Kali Movie 2024 Release Date

Maa Kali Movie 2024: बंगाल से लेकर बॉलीवुड व टॉलीवुड के बड़े पर्दे पर जल्द ही बंगाल की एक ऐतिहासिक घटना पर आधारित फिल्म है। 16 अगस्त, 1946 की दर्दनाक घटनाओं पर आधारित फिल्म 'मां काली  (Maa Kali Movie) का पहला पोस्टर जारी कर दिया गया है। यह फिल्म बंगाल की एक फैमिली (Ghosh family disappearance) की कहानी है, जिसे सांप्रदायिक हिंसा काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। जानिए फिल्म माँ काली से जुड़े अपडेट के बारे में

बंगाली फिल्म माँ काली का जारी हुआ पोस्टर (Maa Kali Movie Poster)-

बंगाली फिल्म माँ काली जिसमें 16 अगस्त 1946 में घोष फैमिली के साथ हुई दर्दनाक घटनाओं को दर्शाया जाएगा। इस फिल्म  का पोस्टर कल फिल्म के निर्देशको द्वारा जारी कर दिया गया है। फिल्म के पोस्टर में घोष फैमिली का फोटो दिखाया गया है। जो कि 16 अगस्त 1946 को गायब हो गई थी। फिल्म का पोस्टर एक न्यूज आर्टिकल की फोटो लग रहा है। जोकि 16 अगस्त 1946 में छपा था। 

माँ काली फिल्म कास्ट (Maa Kali Movie Cast)-

फिल्म माँ काली को डायरेक्ट Vijay Yelakanti ने किया है। तो वहीं इस फिल्म को को-प्रोड्यूस Vivek Kuchibotla ने किया है। इस फिल्म में मुख्य किरदार में अभिषेक सिंह व राइमा सेन नजर आएंगे।

माँ काली मूवी कब रिलीज होगी (Maa Kali Movie Release Date)-

फिल्म माँ काली जिसमें आईएएस अभिषेक सिंह  (Abhishek Singh) व राइमा सेन ( Raima Sen) मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। सूत्रों कि माने तो ये फिल्म 2024 के अंत में या 2025 की शुरूआत में रिलीज होगी। लेकिन फिल्म के मेकर्स ने अभी तक फिल्म के रिलीज को लेकर किसी प्रकार की जानकारी साझा नहीं की है। 

क्या हुआ था 1946 में घोष फैमिली के साथ ( (Ghosh family disappearance Story)-

जब बंगाल में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे, तब उसका शिकार एक फैमिली हुई थी। जिसका नाम था घोष फैमिली (Ghosh Family 1946)  इसके बारे में तब लोगो को पता चला जब इसकी खबर एक न्यूज पेपर में छपी थी। जिसमें लिखा था Gosh Family Disappeared Since 16 Aug 1946, ये उस समय की बात है, जब 1946 में भारत और बंगाल के विभाजन को लेकर हर तरफ सांप्रदायिक हिंसा फैली हुई थी। इस सांप्रदायिक हिंसा को 1946 में द वीक ऑफ द लॉन्ग नाइव्स (The Week of the Long Knives) के नाम से जाना जाता है। जिस समय महीनों तक घोष फैमिली (Ghosh Family 1946) को क्रूरता का सामना करना पड़ा था। इस हिंसा और अराजकता के बीच घोष परिवार की पहचान ही मिट गई थी। अब जाकर इसपर फिल्म बनाया जा रहा है। 

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