मुंबई: लोग अपने परिवार के साथ मूवी देखने इसलिए नहीं जा पाते हैं क्योंकि, फिल्म की टिकट से ज्यादा वहां पर खाने पीने की चीजें ज्यादा महंगी होती हैं। बाहर मिलने वाली सस्ती कोल्ड ड्रिक्स को ज्यादा पैसे में बेचा जाता है। आप यह भी कह सकते हैं कि सिनेमा हॉल में कुछ खाना या नहीं खाना ये आप की मर्जी पर है, सिनेमा वाले सामान खरीदने पर कोई दबाव नहीं डालते। वहीं बच्चों को महंगे और सस्ती चीजों से कोई लेना-देना नहीं हैं, वो तो खाने वाली चीजों को देखकर खरीदने की जिद करते हैं।
खबरें हैं कि महाराष्ट्र में इसी साल अगस्त महीने से सरकार ने डबल एमआरपी पर रोक लगाने की घोषणा की है। इसी के साथ सरकार ने घोषणा की है कि नियम की अनदेखी करने वाले मल्टीप्लेक्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। महाराष्ट्र सरकार मल्टीप्लेक्स में खाने-पीने की चीजों के अधिक महंगे होने के मामले को देख रही है। बता दें कि इन दिनों महाराष्ट्र विधानसभा का सत्र चल रहा है।
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इस नियम के अनुसार जो चीज सिनेमा हॉल के बाहर जिस मूल्य पर बिक रही है, उसका वही मूल्य सिनेमा हॉल के अंदर भी होगा। वहीं मल्टीप्लेक्स को सिर्फ इस बात का ध्यान रखना है कि लोगों की सुरक्षा को खतरा ना हो, लेकिन यह बहाना बनाकर बाहर से खाने-पीने की चीजें ले जाने से रोकना गलत है।राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता धनंजय मुंडे ने दावा किया कि उनके सवाल और हस्तक्षेप के चलते महाराष्ट्र सरकार ने यह नियम बनाया, जिससे अब लोगों को राहत मिलेगी। राज ठाकरे की महाराष्ट्र नव निर्माण सेना भी इस घोषणा का क्रेडिट लेने में पीछे नहीं रही। पार्टी प्रवक्ता ने इसे एमएनएस की जीत बताया।