शिवसेना-कंगना जंग: संजय राउत के टारगेट पर बॉलीवुड, अब अक्षय पर दिया बड़ा बयान

जब कंगना ने मुंबई का अपमान किया तो अक्षय कुमार जैसे कलाकार शहर के समर्थन में नहीं उतरे। जब मुंबई का अपमान होता है तो ये सब गर्दन झुकाकर बैठ जाते हैं।

Update: 2020-09-13 05:58 GMT
जब कंगना ने मुंबई का अपमान किया तो अक्षय कुमार जैसे कलाकार शहर के समर्थन में नहीं उतरे। जब मुंबई का अपमान होता है तो ये सब गर्दन झुकाकर बैठ जाते हैं।

मुंबई: शिवसेना और कंगना के बीच जुबानी जंग जारी है इसी बीच शिवसेना के नेता ने बॉलीवुड के अन्य कलाकारों पर भी निशाना साधा है। नेता संजय राउत जुबानी जंग में अब अक्षय कुमार को भी घसीट लिया है। शिवसेना के सामना के संपादकीय में संजय राउत ने अक्षय कुमार पर निशाना साधा है। आरोप लगाया है कि जब कंगना ने मुंबई का अपमान किया तो अक्षय कुमार जैसे कलाकार शहर के समर्थन में नहीं उतरे। जब मुंबई का अपमान होता है तो ये सब गर्दन झुकाकर बैठ जाते हैं।

रईसों के घर मुंबई में, लेकिन सबके गर्दन झुके

सामना में संजय राउत ने लिखा है कि एक एक्ट्रेस मुंबई में बैठकर महाराष्ट्र के सीएम के लिए तू-तड़ाक की भाषा में बोलती है। चुनौती देने की बात करती है और उस पर महाराष्ट्र की जनता की कोई प्रतिक्रिया नहीं है, ये कैसी आजादी है?

उन्होंने आगे लिखा है, 'कम-से-कम आधे हिंदी फिल्म जगत को तो मुंबई के अपमान के विरोध में आगे आना ही चाहिए था। कंगना का मत पूरे फिल्म जगत का मत नहीं है, ऐसा बयान आना चाहिए था। कम-से-कम अक्षय कुमार जैसे बड़े कलाकारों को तो बोलना चाहिए था।

मुंबई ने उन्हें भी दिया ही है। मुंबई के संदर्भ में आभार व्यक्त करने में कइयों को तकलीफ होती है। दुनियाभर के रईसों के घर मुंबई में हैं। मुंबई का जब अपमान होता है ये सब गर्दन झुकाकर बैठ जाते हैं।

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बॉलीवुड का बड़ा तबका चुप

कंगना के समर्थन में अनुपम खेर और शेखर सुमन खुलकर सामने आए हैं, लेकिन बॉलीवुड के एक बड़े हिस्से ने इस पर चुप्पी साध रखी है। वैसे भी अक्षय कुमार आमतौर पर किसी भी विवादित मुद्दों पर बयान देने से बचते रहते हैं।

राउत ने फिल्म जगत पर हमला करते हुए आगे लिखा है, ' मुंबई का महत्व सिर्फ दोहन व पैसा कमाने के लिए ही है। फिर मुंबई पर कोई प्रतिदिन बलात्कार करे तो भी चलेगा। इन सभी को एक बात ध्यान रखनी चाहिए कि ‘ठाकरे’ के हाथ में महाराष्ट्र की कमान है।

इसलिए सड़क पर उतरकर भूमिपुत्रों के स्वाभिमान के लिए राड़ा वगैरह करने की आवश्यकता आज नहीं है। महाराष्ट्र और भूमिपुत्रों का भाग्यचक्र मुंबई के इर्द-गिर्द ही घूम रहा है। मुंबई देश की हो या दुनिया की लेकिन उस पर पहला हक महाराष्ट्र का है।

 

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पीओके से मुंबई की तुलना

बता दें कि कुछ दिन पहले कंगना ने मुंबई की तुलना पीओके से की थी। इसके बाद उनके इस बयान से महाराष्ट्र की राजनीति में हो हल्ला मच गया और बदले की कार्रवाई में शिवसेना ने कंगना के ऑफिस पर बुलडोजर चलवा दिया।

संजय राउत ने कंगना पर निशाना साधते हुए लिखा है, 'उसके अवैध निर्माण पर हथौड़ा चला, तो वह मेरा राम मंदिर ही था, ऐसा ड्रामा उसने किया। लेकिन उसने यह अवैध निर्माण कानून का उल्लंघन करके उसके द्वारा घोषित किए गए ‘पाकिस्तान’ में किया था। मुंबई को पाकिस्तान कहना व उसी ‘पाकिस्तान’ में स्थित अवैध निर्माण, यह कैसा खेल है?

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