Valentine Day 2022 : हिंदी फिल्म के रोमांस गुरु देव आनंद की लव स्टोरी को कई ट्विस्टों से गुजरना पड़ा, जानें इस दिलचस्प प्रेम कहानी के बारे में

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता, फिल्म निर्माता देव आनंद इंडस्ट्री के सबसे रोमांटिक हीरो में से एक थे।

Written By :  Priya Singh
Update: 2022-02-14 13:27 GMT

फोटो साभार : देव आनंद

Valentine Day 2022 : बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता, फिल्म निर्माता देव आनंद (Dev Anand) इंडस्ट्री के सबसे रोमांटिक हीरो में से एक थे। देव आनंद की लव स्टोरी के बारे में आपने कई बातें सुनी होंगी। लेकिन प्रेम के विषय पर देव आनंद के विचार के बारे में आपको शायद ही कुछ मालूम हो। उन्होंने एक बार एक साक्षात्कार में कहा था, "मैं हमेशा प्यार में रहता हूं।" देव आनंद साहब ने 2008 में रॉयटर्स से कहा था, 'रोमांस खूबसूरत है। मैं हमेशा प्यार में हूँ लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप हर समय महिलाओं के साथ ही रहें। किसी खूबसूरत लड़की के बारे में सोचना या कोई कविता पढ़ना भी रोमांटिक होता है।' हम आपको उनके किरदार से जुड़े कुछ ऐसे ही रोमांस के किस्से बताने जा रहे हैं।

पहला प्यार सुरैया से था

अपने करियर की शुरुआत में ही देव साहब को तत्कालीन शीर्ष अभिनेत्री सुरैया (Suraiya) से प्यार हो गया था। सुरैया देव आनंद का पहला प्यार थीं। 1948 वह साल था जब सुरैया और देव साहब मिले थे। यह पहली नजर का प्यार जल्द ही बेचैनी में बदल गया। अगर दोनों नहीं मिलते तो घंटों फोन पर बात करते। सुरैया उस समय एक बड़ी स्टार थीं। उनकी प्रसिद्धि आसमान छू रही थी और भगवान उनके लिए सफलता की भूमि की तलाश कर रहे थे।

देव आनंद का टूटा दिल

इस बीच देव आनंद ने सुरैया से विवाह करने का निर्णय लिया। इसके लिए देव साहब ने उनके लिए एक खूबसूरत अंगूठी तक खरीद ली थी। लेकिन सुरैया की दादी को दोनों के बीच का प्यार पसंद नहीं आया। नानी के प्रतिबंधों से तंग आकर सुरैया ने देव आनंद के सामने ही उस अंगूठी को समुद्र में फेंक दिया। वो आखिरी दिन था जब देव आनंद के सामने प्यार, जुदाई और दर्द, आंसू एक साथ आए। देव आनंद ने फिर सुरैया की ओर कभी नहीं देखा। परिणाम स्वरुप सुरैया ने अपना पूरा जीवन देव आनंद की याद में प्यार की तलाश में बिताया।

जीनत अमान पर देव आनंद का दिल आया

देव आनंद ने अपनी आत्मकथा 'रोमांस विद लाइफ' में जीनत अमान (Jeenat Amaan) के साथ अपने आकर्षण के बारे में बताया। उन्होंने कहा, 'जीनत अमान के साथ मेरा काफी करीबी रिश्ता था। जब भी वो बोलती हैं, मैं उनसे प्यार कर बैठता हूं। अवचेतन में, हम भावनात्मक रूप से एक दूसरे से जुड़े हुए थे। अचानक एक दिन मुझे लगा कि मुझे जीनत से प्यार हो गया है। देव साहेब आगे किताब में लिखते हैं कि मैं उनसे अपनी भावनाओं को व्यक्त करना चाहता था, मैं उन्हें प्रपोज करने के लिए एक बहुत ही खास जगह चाहता था जो रोमांटिक हो। मैंने इसके लिए ताज को चुना।

बीच में आ गए राज कपूर

हालांकि जीनत को राज कपूर के साथ एक ही जगह पर देखने के बाद देव आनंद ने उन्हें कभी प्रपोज नहीं किया। अपनी किताब सामने आने के बाद जीनत ने कहा कि वह देव आनंद की इन भावनाओं को नहीं जानती थीं। इन अभिनेता-निर्देशकों-निर्माताओं ने अंतिम क्षण तक काम किया। उनकी आखिरी फिल्म, चार्जशीट, उनकी मृत्यु से कुछ महीने पहले 2011 में रिलीज़ हुई थी। देव आनंद अपनी हिट फिल्म हरे रामा हरे कृष्णा का विस्तार करने की भी योजना बना रहे थे। दिसंबर 2011 में लंदन में 88 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया।

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