नई दिल्ली: गर्भावस्था के शुरूआती लक्षण उल्टी, पीठ में दर्द, पीरियड का मिस होना जैसे कुछ शारीरिक बदलाव दिखने के बाद हर महिला के मन में ये जानने की जिज्ञासा बढ़ जाती है कि वह वह गर्भवती हैं या नहीं? इसलिए हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपायों के बारे में बता रहे है। जिनसे आप घर बैठे ही बिना पैसे खर्च किये गर्भवती हैं या नहीं इस बात का खुद से पता लगा सकते है।
अपनाएं ये तरीका:-
1. टूथपेस्ट से गर्भ परीक्षण का तरीका- इस घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट के तरीके के लिए आपको सफेद रंग के टूथपेस्ट की जरूरत होगी। उसके बाद एक डिसपोजल ग्लास में सुबह के समय के सबसे पहले पेशाब को सैंपल के तौर पर रख लें। सुबह का पेशाब टेस्ट करने के लिए इसलिए इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि उस समय पेशाब में HCG हार्मोन का स्तर काफी ज्यादा होता है जिसकी वजह से प्रेगनेंसी टेस्ट का रिजल्ट सुनयोजित करने में आसानी होती है।अब उस पेशाब के सैंपल में एक चम्मच के बराबर टूथपेस्ट मिला ले और उसे अच्छी तरीके से फेट ले। अगर उसको मिक्स करने के कुछ मिनट बाद टूथपेस्ट झागदार दिखता है और नीला रंग हो जाता है तो यह पॉजीटिव प्रेगनेंसी के संकेत हैं, लेकिन अगर आपको कोई प्रतिक्रिया नहीं होती तो आप प्रेगनेंट नहीं हैं।
2. ब्लीच से प्रेगनेंसी टेस्ट का तरीका- डिसपोजल या किसी पात्र में थोड़ी मात्रा में ब्लीच पाउडर लें और उसमे पेशाब के सैंपल को मिक्स कर लें। अगर मिक्स करने के बाद बुलबुले दिखाई देते हैं तो यह पॉजीटिव प्रेगनेंसी के संकेत हो सकते हैं ।
3. विनेगर से प्रेगनेंसी टेस्ट का तरीका- थोड़ी मात्रा में विनेगर लें और उसमे पेशाब के सैंपल को मिक्स कर लें। अगर मिक्स करने से विनेगर का रंग बदलता है, तो समझें आप सम्भवतः गर्भवती हो सकती हैं।
4. चीनी से प्रेगनेंसी टेस्ट का तरीका- चीनी में थोड़ी मात्रा में पेशाब का सैंपल मिलाएं। अगर चीनी घुलने की बजाय गुच्छों में हो जाए, सम्भवतः आपका यह प्रयोग आपको गर्भवती होने की ओर इशारा करता हैं ।
5. कांच के ग्लास-कांच के एक गिलास में यूरीन डालें। कुछ देर बाद अगर यूरीन पर सफेद परत बन जाए, तो यह टेस्ट पॉजिटिव हो सकता है।
6. साबुन से प्रेगनेंसी टेस्ट- साबुन और यूरीन मिलाएं। अगर थोड़ी देर बाद इसमें बुलबुले बनते हैं, तो समझें प्रेगनेंसी टेस्ट पॉजिटिव है।
7. डंडेलिओन की पत्तियों से प्रेगनेंसी टेस्ट- डंडेलिओनकी पत्तियों को एक पैकेट में बांधकर कर जमीन पर रख दे और याद रहे की इन पत्तियों को सूरज की किरणों से बचा कर रखे उसके बाद इन पत्तियों पर यूरिन की कुछ बूंदे डाले और दस मिनट बाद इन पत्तियों पर लाल रंग के फफोले उठ जाते है तो इसका मतलब है आप प्रेगनेन्ट हैं।
9. पाइन सोल से प्रेगनेंसी टेस्ट-पाइन सोल को एक क्लीनर की तरह उपयोग में लाते हैं जो की आसानी से किसी भी दुकान पर मिल जाता है। समान मात्रा में पाइन सोल और यूरिन को मिक्स करे। थोड़ी देर बाद यदि इस मिश्रण का रंग बदल जाए तो आपका यह प्रयोग आपको गर्भवती होने की ओर इशारा करता हैं
10. बेकिंग सोडा से प्रेगनेंसी टेस्ट- 2 चम्मच बेकिंग सोडा और 1 चम्मच यूरिन को आपस में मिला ले अगर थोड़ी देर बाद इसमें बुलबुले बनते हैं, तो समझें प्रेगनेंसी टेस्ट पॉजिटिव है।
11. प्रेगनेंसी टेस्ट किट- प्रेगनेंसी टेस्ट किट के इस्तेमाल का तरीका अलग अलग हो सकता हैं ।
बहुत से टेस्ट किट में केवल टेस्ट स्टिक पर पेशाब करना होता है। वहीं, कुछ अन्य में आपको पहले पेशाब को एक छोटे कप में इकट्ठा करना होता है, और फिर टेस्ट स्ट्रिप को उसमें डुबोना होता है। या फिर आपको साथ में ड्रॉपर दिया जा सकता है, ताकि टेस्ट स्टिक पर पेशाब का थोड़ा सा नमूना डाला जा सके।
जांच का परिणाम किस तरह दर्शाया जाता है इसमें भी अंतर हो सकता है। कुछ टेस्ट में गुलाबी या नीली रेखाएं दिखाई देती हैं। कुछ अन्य में प्लस या माइनस के निशान या फिर पेशाब के नमूने के रंग में बदलाव आता है। डिजिटल टेस्ट में “प्रेग्नेंट” या “नॉट प्रेग्नेंट” लिखा हुआ आ जाता है और कुछ में तो यह भी अनुमान दिया होता है कि आपने कितने सप्ताह पहले गर्भाधान किया था।
किसी भी घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट की शुरुआत करने से पहले कुछ खास बातों का ध्यान रखना आवश्यक हैं जिनमे नीचे दिए गए निर्देश प्रमुख है-
ध्यान रखिये की घरेलू प्रेंग्नेंसी करने के तीन घंटे पहले तक मूत्र त्याग नही करना चाहिए। क्योंकि गर्भावस्था परीक्षण या प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए मूत्र (पेशाब) का सैंपल लिया जाता है. इस पेशाब में मौजूद HCG हार्मोन से ही पता लगाया जाता है आप गर्भवती हैं या नहीं
घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट के लिए आप जितने भी चीजों का प्रयोग कर रही हो उन चीजो की सफाई का खासा ख्याल रखे।
घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट विधि पुराने समय से लोग सफलतापूर्वक अपना रहे हैं। लेकिन फिर भी अपने संतुष्टि के लिए किसी उचित चिकित्सक से सलाह जरूर ले।
प्रेगनेंसी टेस्ट निगेटिव आने के बाद 72 घंटे बाद ही दोबारा जांच करें।
यदि मासिक धर्म नहीं हुआ और जांच में परिणाम नकारात्मक आते हैं, तो स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह ले।