हुआवे पर क्यों लगा है बैन, जानिए गूगल को क्यों हटना पड़ा पीछे
चीन और अमेरिका के बीच चल रहे ट्रेड वॉर की वजह से दोनों देशों को अरबों का नुकसान हो रहा है तो अब इसकी वजह से हाई प्रोफाइल टेक कंपनी हुआवे मुश्किल में फंस गई है। इसके सितारे इस वक्त गर्दिश में नजर आ रहे हैं।
न्यूयार्क: चीन और अमेरिका के बीच चल रहे ट्रेड वॉर की वजह से दोनों देशों को अरबों का नुकसान हो रहा है तो अब इसकी वजह से हाई प्रोफाइल टेक कंपनी हुआवे मुश्किल में फंस गई है। इसके सितारे इस वक्त गर्दिश में नजर आ रहे हैं। खास कर कंपनी को अमेरिका में काफी सेटबैक मिल रहा है। अमेरिकी सरकार को आशंका है कि चीनी कंपनी हुआवे अमेरिका की जासूसी के लिए चीनी सरकार के एजेंट के तौर पर काम कर रही है। शायद यही वजह से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हुआवे के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं।
अब गूगल ने हुआवे से एंड्रॉयड का लाइसेंस कैंसिल कर दिया है। हुआवे के नए स्मार्टफोन्स गूगल ऐप्स और सर्विस का भी ऐक्सेस नहीं मिलेगा। मुमकिन है हुआवे के स्मार्टफोन्स में गूगल मैप्स, यूट्यूब, गूगल प्ले स्टोर और दूसरे जरूरी गूगल के ऐप्स का भी ऐक्सेस बंद कर दिया जाएगा। इससे हुआवे सहित कंपनी के कस्टमर्स को बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।
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हालांकि गूगल ने हुआवे के लिए एंड्रॉयड का लाइसेंस खुद से कैंसिल नहीं किया है, बल्कि गूगल अमेरिकी कॉमर्स डिपार्टमेंट के आदेश पर ऐसा किया है। गूगल के एक प्रवक्ता ने एक स्टेटमेंट में कहा है, ‘हम आदेश का पालन कर रहे हैं और इसे रिव्यू कर रहे हैं। गूगल प्ले प्रोटेक्ट और सिक्योरिटी प्रोटेक्शन हुआवे के मौजूदा स्मार्टफोन्स में दिए जाते रहेंगे’।
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मौजूदा हुआवे के स्मार्टफोन्स में गूगल के इस फैसले का कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन स्थिति ऐसी ही बनी रही तो निश्चित तौर पर हुआवे स्मार्टफोन्स यूजर्स की मुश्किल बढ़ेंगी। गूगल के इस फैसले के बाद अब हुआवे Android Open Source Project यूज नहीं कर पाएगी. इसका मतलब ये है कि गूगल के ऐप्स और सर्विस हुआवे के फोन में आने वाले समय में नहीं दिए जाएंगे।