Karnal Kisan Mahapanchayat : लघु सचिवालय की ओर किसानों का मार्च, किसानों पर की गई पानी की बौछार

Karnal Kisan Mahapanchayat : करनाल में लघु सचिवालय के घेराव की धमकी के बाद से पुलिस बल को तैनात किया गया ..

Newstrack :  Network
Published By :  Ragini Sinha
Update:2021-09-07 20:51 IST

किसानों की लघु सचिवालय को घेरने की योजना (social media)

Karnal Kisan Mahapanchayat: मुजफ्फरनगर के बाद आज करनाल में किसानों की महापंचायत विफल हो गई।किसानों और प्रशासन के बीच चल रही बातचीत करीब साढ़े चार बजे विफल हो गई, जिसकेेेे बाद लघु सचिवालय का घेराव करने निकले किसानों पर पुलिस द्वारा पानी की बौछारें की गई। बताया जा रहा है की किसानों ने सचिवालय में जबरन घुसने का प्रयास किया, जिसके बाद प्रशासन ने ये एक्शन लिया। बता दें की किसानों के द्वारा लघु सचिवालय के घेराव की धमकी को देखते हुए करनाल में पुलिस और पैरामिलेट्री बल को तैनात किया गया था। सभी संवेदनशील जगहों की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। इनमें अनाज मंडी भी शामिल रही। किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने किसानों से अपील की कि वो विरोध प्रदर्शन के दौरान शांति बनाए रखें।

घटनाक्रम की वीडियोग्राफी ड्रोन से 

बता दें कि करनाल में 7 सितंबर को किसानों द्वारा लघु सचिवालय के घेराव के ऐलान करने के बाद चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात कर दी गयी थी। घटनाक्रम की वीडियोग्राफी भी ड्रोन से करवाई गई। लघु सचिवालय की तरफ जाने वाली सभी सड़कों पर सुरक्षा प्रबंधन के लिए बैरिकेड लगाए गए है। इसके साथ ही 5 पुलिस अधीक्षक अधिकारी, 25 DSP को कानून-व्यवस्था संभालने के लिए तैनात किया गया था।

इंटरनेट सेवा भी किया गया बंद

बता दें कि जिला प्रशासन ने पहले ही शहर में धारा 144 लगा दी थी। इतना ही नहीं इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया था। 

लघु सचिवालय का घेराव करने की योजना

किसानों का कहना था की अगर प्रशासन और सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं, तो वह अनाज मंडी में महापंचायत के बाद शांतिपूर्वक तरीके से लघु सचिवालय का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा हम राष्ट्रीय राजमार्ग जाम नहीं करेंगे और न ही कोई किसान पुलिस से जबरदस्ती करेगा।

क्या है मामला

बता दें की 28 अगस्त को करनाल में BJP की प्रदेश स्तरीय बैठक का विरोध करने के लिए बसताड़ा टोल पर जमा किसानों पर लाठीचार्ज हुआ था। इस घटना में एक किसान की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत हो गई थी, जिसके बाद उसके परिजनों के लिए 25 लाख रुपये मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग की जा रही है। इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें SDM आयुष सिन्हा किसानों पर लाठी बरसाने का आदेश देते हुए नजर आ रहे हैं। इसी घटना को लेकर किसान SDM आयुष सिन्हा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

क्या कह रहे राकेश टिकैत

मामले में भारतीय किसान संघ के नेता राकेश टिकैत ने बताया कि करनाल प्रशासन और किसानों के बीच बातचीत का अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है। वह जल्द ही आगे की कार्रवाई के बारे में घोषणा करेंगे।

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