Karnal Kisan Protest : करनाल किसान आंदोलन में भारी तादात में पहुंची महिलाएं, सरकार को दी सख्त चेतावनी

Karnal Kisan Protest : कृषि कानून के विरोध में हरियाणा के करनाल महापंचायत (Farmers Protest in Karnal) के साथ ही पंजाब और उत्तर प्रदेश की महिलाओं ने भी आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

Newstrack :  Network
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2021-09-08 08:15 IST

Karnal Kisan Protest : देशभर में कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के आंदोलन ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। जगह-जगह आंदोलन किए जा रहे हैं। इस दौरान हरियाणा के करनाल में किसान महापंचायत (Karnal Kisan Mahapanchayat Live) का आयोजन किया गया है। कृषि कानून के विरोध में बीते 9 महीने से घर-परिवार से दूर रह कर किसानों की महिला ब्रिगेड भी आंदोलन में बराबर की भागीदार बनी हुई हैं। 

आंदोलन में ये महिलाएं न केवल खुद आंदोलन में भागीदारी कर रहीं हैं, बल्कि तमाम पंचायतों के गांव-गांव में पहुंचकर दूसरी महिलाओं को भी इसके लिए जागरूक कर रही हैं। बीते दिन मंगलवार को मंच से लेकर मैदान तक आंदोलन में उतरीं महिलाओं ने लाठीचार्ज के विरोध में अपनी आवाज बुलंद की। इसके साथ ही सरकार द्वारा मांगें न पूरी होने तक संघर्ष जारी रखने का फैसला किया है।

तीन कृषि कानून के खिलाफ आवाज उठाती महिलाएं

हरियाणा के करनाल महापंचायत (Farmers Protest in Karnal) के साथ ही पंजाब और उत्तर प्रदेश की महिलाओं ने भी आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान हरियाणा के कैथल जिले के गुहला-चीका से करनाल महापंचायत में पहुंची भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की उप प्रधान चरणजीत कौर ने कहा कि नौ माह से वह अन्य महिलाओं के साथ तीन कृषि कानून के खिलाफ आवाज उठा रहीं हैं। 

भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की उप प्रधान चरणजीत कौर ने कहा कि 26 नवंबर को किसान आंदोलन में अन्य किसानों के साथ उनके और कई अन्य महिलाओं के खिलाफ भी मुकदमे दर्ज किए गए हैं लेकिन यह केस हमारे लिए कागज के पर्चे से अधिक कुछ भी नहीं है। सरकार चाहे कितना भी बल प्रयोग करे लेकिन कृषि कानून वापस होने तक हम पीछे हटने वाले नहीं हैं। 

आगे उन्होंने कहा कि करनाल महापंचायत में वह लाठीचार्ज में जान गंवाने वाले किसान सुशील काजल को न्याय दिलाने के लिए आईं हैं। उनके साथ गुहला चीका से ही करनाल पहुंची शर्मित कौर, बलविंदर कौर, संदीप कौर सहित अन्य महिलाओं ने भी किसान आंदोलन में आवाज बुलंद की।

जबकि दूसरी तरफ जिला जींद, ब्लाक नरवाना के बद्दोवाला से करनाल महापंचायत में पहुंची सीमा, कलावती, कमलेश और भतेरी ने कहा कि वे घर-परिवार और बच्चों को छोड़कर हक की लड़ाई लड़ रही हैं। वहीं हरियाणा के विभिन्न जिलों के अलावा पंजाब और यूपी से भी महापंचायत में महिलाओं की भारी भीड़ पहुंची है। अब आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी बराबर से दिख रही है।

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