Khalistani Terrorist Caught: गिरफ्तार आतंकियों का था ऐसा खूनी प्लान, पाकिस्तान हुआ बेनकाब
Khalistani Terrorist Caught: गुरूवार सुबह को हरियाणा के करनाल जिले में पुलिस के हत्थे चढ़े चार खालिस्तानी आतंकी इसका सबसे ताजा उदाहरण है।
Khalistani Terrorist Caught: पाकिस्तान की सीमा से सटे जम्मू – कश्मीर और पंजाब में आतंकी गतिविधियों का हमेशा से पाकिस्तानी कनेक्शन रहा है। हालांकि पंजाब में भारत सामान्य स्थिति बहाल करने में कामयाब रहा है। लेकिन हाल के दिनों में एकबार फिर पंजाब में सिख चरमपंथी और आतंकवादी संगठन सिर उठाते नजर आए हैं।
गुरूवार सुबह को हरियाणा के करनाल जिले में पुलिस के हत्थे चढ़े चार खालिस्तानी आतंकी इसका सबसे ताजा उदाहरण है। गिरफ्तार आतंकियों के पास से बरामद भारी मात्रा में बरामद हथियार और विस्फोटक सामग्री ने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं।
दरअसल गुरूवार सुबह करनाल पुलिस ने नेशनल हाईवे से चार खालिस्तानी आतंकियों गुरप्रीत सिंह, उसका भाई अमनदीप सिंह, भूपेंद्र और परमिंदर सिंह को गिरफ्तार किया। इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की खुफिया इनपुट पर ये कार्रवाई हुई है। गिरफ्तार सभी आतंकी पंजाब से हैं जिनमें से तीन फिरोजपुर और एक लुधियाना का है।
सभी दुर्दांत खालिस्तानी आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े हुए हैं। आतंकियों के पास से एक देशी पिस्तौल, 31 जिंदा कारतूस, 1.30 लाख रुपए के करीब कैश, 3 लोहे के कंटेनर बरामद हुए हैं। इन हथियार और विस्फोटक सामग्रियों के साथ आतंकी सफेद इनोवा कार में दिल्ली की ओर जा रहे थे।
आतंकियों का पाक कनेक्शन
पुलिस पूछताछ में चारों आतंकियों का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है। सभी आतंकी पंजाब में रह रहे खालिस्तानी आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंदा के इशारे पर काम कर रहे थे। रिंदा ने ही इन्हें ये असलहा तेलंगाना के आदिलाबाद पहुंचाने का जिम्मा सौंपा था।
इसके बदले इन्हें मोटी रकम मिलनी थी। आरोपी इससे पहले भी नादेंड़ में हथियारों की डिलीवरी कर चुके हैं। रिंदा ने पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन के जरिए हथियार भारतीय सीमा पर भिजवाता था। फिर एक मोबाइल ऐप के जरिए गिरफ्तार युवकों को इसकी लोकेशन भेजता था।
इस मामले में भी यही तरीका अपनाया गया था। रिंदा ने ड्रोन के जरिए विस्फोटकों की सप्लाई फिरोजपुर में भारत-पाक सीमा के पास एक खेत में की थी। समय रहते आईबी को इसकी भनक लग गई और तेलंगाना पहुंचने से पहले ही आतंकियों को दबोल लिया गया।
कौन है हरविंदर सिंह रिंदा
इस पूरे एपिसोड का मुख्य किरदार हरविंदर सिंह रिंदा है जो सीमापार पाकिस्तान से भारत में आतंकी गतिविधियों को ऑपरेट करता है। रिंदा का अपराध की दुनिया से पुराना नाता रहा है।
मीडिया रिपोर्टेस के मुताबिक, रिंदा ने पहली हत्या नांदेड़ में 18 साल के उम्र में अपने रिश्तेदार की की थी। इसके बाद वो पंजाब चला आया, जहां वो छात्र राजनीति में एक्टिव हो गया। 2016 से 2018 के बीच वह छात्र राजनीति में भी रहा। इस दौरान उसके खिलाफ चंडीगढ़ के विभिन्न थानों में हत्या ,हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के तहत 4 मामले दर्ज है।
इसके बाद हरविंदर सिंह रिंदा का नाम आतंकी गतिविधियों में भी सामने आने लगा। वो लुधियाना बम धमाका औऱ नवांशहर पुलिस स्टेशन धमाकों में शामिल रहा है। शातिर रिंदा पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को छकाते हुए सीमा पार करने में कामयाब रहा। करनाल में गिरफ्तार में चार आतंकियों में से एक गुरप्रीत जेल जा चुका है। जेल में ही उसकी मुलाकात राजवीर से हुई, जो कि रिंदा का करीबी थी। उसी ने गुरप्रीत को रिंदा से बात करवाई, जिसके बाद वो और उसके अन्य साथी रिंदा के लिए काम करने लगे।
बड़ी साजिश का अंदेशा
सिख आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने भारत को कई गंभीर जख्म दिए हैं। वो देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या कर चुका है। इसके अलावा भी वो कई आतंकी गतिविधियों में संलिप्त रहा है।
बब्बर खालसा भारत में भले उतना मजबूत नहीं है लेकिन वो कनाडा, ब्रिटेन समेत अन्य देशों से भारत के खिलाफ साजिशें रचता रहता है। उसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से अच्छी खाद पानी मिलती है। पाकिस्तान ने कई खालिस्तानी आतंरकियों को अपने यहां प्रश्रय दे रखा है। जिसका इस्तेमाल वो पंजाब को एकबार फिर अस्थिर करने की कोशिश में करता है।