कोलेस्ट्रॉल से डरने की जरूरत नहीं, लोगों के डर से दवा कंपनियों ने कमाए इतने ट्रिलियन

हम अक्सर भोजन करते समय अपनी सेहत ख्याल रखते हैं और ऐसे खाद्य पदार्थों को नहीं खाते हैं जो हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक हो। हम सोचते हैं कि केले, अंडे, मक्खन, चीनी, पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पाद, दाल और मांस का अधिक मात्रा सेवन हमारी सेहत के लिए नुकसान दायक हो सकता है।

Update:2019-07-23 18:51 IST

लखनऊ: हम अक्सर भोजन करते समय अपनी सेहत ख्याल रखते हैं और ऐसे खाद्य पदार्थों को नहीं खाते हैं जो हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक हो। हम सोचते हैं कि केले, अंडे, मक्खन, चीनी, पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पाद, दाल और मांस का अधिक मात्रा सेवन हमारी सेहत के लिए नुकसान दायक हो सकता है।

दवा कंपनियों ने सिर्फ कोलेस्ट्रॉल के इलाज के नाम पर उपभोक्ताओं से लगभग 2 ट्रिलियन अमरिकी डाॅलर की कमाई की है। सरकार और वैज्ञानिक की अनुसधानों की अक्षमता की वजह से उनको लोगों ने एक बड़ी राशि खर्च कर दी जो पहले स्वस्थ और जिन्हें कोई बीमारी नहीं थी। बल्कि कोलेस्ट्रॉल की दवाएं सेहत के लिए नुकसानदायक हैं।

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मेडिकल रिसर्च के नाम पर हम देखें तो यह एक घोटाले की तरह है जिसमें उपभोक्त फंस जाते हैं और जिसका फायदा दवा कंपनियों को होता है। बता दें कि अमेरिकी सरकार ने कुछ साल पहले स्वीकार किया है कि कोलेस्ट्रॉल से भरपूर भोजन खाना चिंता का विषय नहीं है। आप नियमित रूप से अंडे, मक्खन, पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पादों, नट्स, नारियल तेल और मांस का आनंद उठा सकते हैं, क्योंकि उन्हें अब सुरक्षित खाद्य पदार्थों में शामिल किया गया है।

हृदय रोग और धमनियों से संबंधित बीमारियों से बचने के लिए उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले खाद्य पदार्थों से दूर रहने के लिए जारी चेतावनी पर अमेरिका ने यू-टर्न ले लिया। अमेरिका के नए गाइडलाइंस के मुताबिक प्रतिदिन 300 मिली ग्राम तक कोलेस्ट्रॉल लेना चाहिए। अमेरिका में एक नौजवान आदमी 340 मिली ग्राम कोलेस्ट्रॉल ले सकता है।

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यह दिलटस्प है कि किसी के शरीर में उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर यह संकेत हो सकता है कि उसका दिल स्वस्थ हो। आप कोलेस्ट्रॉल को लेकर चिंता करना बंद कर सकते हैं, क्योंकि कोलेस्ट्रॉल न तो हृदय रोग की कारण बनता है और न ही यह दिल के दौरे का।

अंडे से कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की बात गलत

विशेषज्ञों ने अंडे से कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की बात को गलत ठहराया है। अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक रोजाना एक अंडा खाने से कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता और हार्ट पेशेंट्स को डेली एक अंडा खाने से कोई खतरा नहीं है।

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अंडों पर रिसर्च करने वाले सिडनी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर निकोलस फुलर ने अपनी रिसर्च में पाया की अंडों का खून के कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर कोई असर नहीं पड़ता, जबकि टाइप-टू के डायबिटीज के पेशेंट को इससे फायदा होता है। इसके अलावा जिन लोगों को ये भ्रम है कि अंडा खाने से वजन बढ़ता है तो ऐसा नहीं है।

इंटरनेश्नल जर्नल फॉर ओबेसिटी की ये रिसर्च के मुताबिक अंडा खाने से शरीर के मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है और इससे वजन नहीं बढ़ता। इतना ही नहीं वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की एक स्टडी में ये तक पाया गया है कि अंडा खाने से हार्ट प्रॉब्लम, कैंसर की संभावना भी कम होती है।

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