Ankita Murder Case: झारखंड में अंकिता की खौफनाक दास्तान, 2 साल से पीछे पड़े सिरफिरे शाहरुख ने जिंदा जलाया
Jharkhand Ankita Horror Story: अंकिता ने बताया, जब मैं स्कूल या ट्यूशन जाती, वह मेरा पीछा करता। उसने कहीं से मेरा फोन नंबर हासिल कर लिया था।
Jharkhand Ankita Murder Case: झारखंड की दुमका जिले (Dumka Ankita News) की रहने वाली अंकिता सिंह की निर्मम हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। कई दिनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करने वाली अंकिता ने आखिरकार सोमवार (29 अगस्त 2022) को सुबह इस दुनिया को अलविदा कह दिया। अंकिता को जब अस्पताल लाया गया था, तभी वो 90 प्रतिशत जल चुकी थीं। एक सिरफिरे की आवारगी की कीमत अंकिता ने अपना कीमती जीवन गंवाकर अदा की।
अंकिता दुमका के जिस जरूआडीह मोहल्ले में रहती थी, उसमें हिंदू और मुस्लिम समुदाय की मिश्रित आबादी है। उसके पिता एक बिस्किट कंपनी में सेल्समेन हैं। मां का पहले ही देहांत हो चुका है। तीन भाई बहनों में अंकिता मंझली थी। उनकी बड़ी बहन का विवाह हो चुका है। घर में वो अपने पिता, दादा-दादी और 12 वर्षीय छोटे भाई के साथ रहती थी।
दो साल से सिरफिरे से थी परेशान
अंकिता दो साल से शाहरुख हुसैन (Shahrukh Hussain) नामक सिरफिरे से परेशान थी। शाहरुख उसी के मोहल्ले में रहता था। उसकी छवि मोहल्ले में एक आवारा किस्म के लड़के रूप में थी। वह प्रायः मोहल्ले की लड़कियों को परेशान करता रहता था। 22 वर्षीय शाहरुख हमेशा अंकिता का पीछा स्कूल और कोचिंग जाने के दौरान करता था। अंत में अंकिता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद उसका भाई आकर माफी मांगने लगा। उसने यह भरोसा दिया था कि शाहरुख अब वैसा कुछ नहीं करेगा, लेकिन फिर उसने अपनी गंदी हरकतें शुरू कर दी।
मरने से पहले अंकिता ने बयां की दास्तान
90 प्रतिशत जलकर अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही अंकिता ने एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट चंद्रजीत सिंह और एसडीपीओ नूर मुस्तफा के सामने अपनी आपबीती सुनाई। उसने कहा, '23 अगस्त की सुबह 5 बजे के आसपास वो अपने कमरे में सो रही थी। अचानक कमरे की खिड़की के पास आग की लपटें देखकर मैं डर गई। मैंने देखा कि मोहल्ले का आवारा लड़का शाहरुख हुसैन हाथ में पेट्रोल का कैन लिए मेरे घर की तरफ से भाग रहा था। तब तक आग मेरे शरीर में लग चुकी थी। मुझे जलन महसूस हो रही थी। मैं चिल्लाते हुए घर के दरवाजा खोल बाहर दौड़ी। आंगन में रखी पानी से भरी बाल्टी को अपने ऊपर उड़ेल लिया। इसके बाद भी आग नहीं बुझी। फिर पापा ने कंबल की मदद से आग को बुझाया।'|
अंकिता ने कहा- अंदेशा था, मगर समझ नहीं पाई
अंकिता ने अपने बयान में बताया कि जब मैं स्कूल या ट्यूशन पढ़ने जाती, वह मेरा पीछा करता। उसने कहीं से मेरा फोन नंबर हासिल कर लिया था। उसके बाद मुझे अक्सर फोन करने लगा। मुझ पर दोस्ती करने का दबाव बनाने लगा। मैंने साफ कर दिया कि मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है। अंकिता ने कहा कि, उसने मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी। मुझे उसकी हरकतों का अंदेशा तो था मगर मैं नहीं समझ पाई कि वो मेरे साथ ऐसा कुछ होगा।'
जान से मारने की दी थी धमकी
अंकिता ने आगे बताया, कि '22 अगस्त को उसने मुझे जान से मारने की धमकी दी थी। मैंने उस रात अपने पिता को ये बात बताई थी। पापा ने कहा था कि सुबह इस मामले का हल निकाला जाएगा। मगर, इससे पहले कि समस्या का कोई हल निकल पाता, 23 अगस्त की सुबह शाहरुख ने पेट्रोल छिड़ककर मुझे जला डाला।'
पुलिस कस्टडी में हंसता दिखा आरोपी शाहरुख
ऐसी वीभत्स हरकत के बावजूद आरोपी शाहरुख हुसैन के चेहरे पर कोई पछतावा नहीं दिखा। पुलिस जब उसे पकड़कर ले जा रही थी, तब वो हंस रहा था। उसकी बॉडी लैंग्वेज देखकर भी नहीं लग रहा था कि उसे किसी बात का अफसोस है। पुलिस ने उसे पेट्रोल देने वाला उसका दोस्त छोटू खान को भी गिरफ्तार कर लिया है। शाहरुख की हंसी ने देश में गुस्से की जवाला भड़का दी।