चीन ने एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश के अस्तित्व को नकारा

Update: 2018-01-03 12:58 GMT

बीजिंग : चीन ने बुधवार कहा कि उसे कथित तौर दिसंबर में अरुणाचल प्रदेश में अपने सैनिकों की घुसपैठ के बारे में जानकारी नहीं है। इसके साथ ही उसने कहा कि भारत के पूर्वोत्तर में तथाकथित राज्य है ही नहीं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन के सैनिक सड़क निर्माण मशीनों के साथ अरुणाचल प्रदेश में बीते साल 200 मीटर तक दाखिल हुए थे।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, "सबसे पहले भारत के साथ सीमा मुद्दे पर चीन का रुख स्पष्ट व एक जैसा रहा है। हमने तथाकथित अरुणाचल प्रदेश के अस्तित्व को कभी स्वीकार नहीं किया।"

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उन्होंने कहा, "आप जिस विशेष स्थिति का उल्लेख कर रहे हैं, मुझे इसकी जानकारी नहीं है।"

चीन भारत के अरुणाचल प्रदेश को अपना बताता है और इसे दक्षिण तिब्बत कहता है। यह पूर्वोत्तर राज्य 3,448 किमी लंबी अचिन्हित भारत-चीन सीमा के पूर्वी सेक्टर में स्थित है।

गेंग ने कहा, "मैं उल्लेख करना चाहता हूं कि चीन व भारत के बीच सीमा से जुड़े मामलों के लिए सुव्यवस्थित प्रणाली है। इस प्रणाली के जरिए चीन व भारत सीमा संबंधित अपने मामलों का प्रबंधन कर सकते हैं।"

उन्होंने कहा, "सीमावर्ती इलाकों में शांति व स्थिरता चीन व भारत दोनों के हित में है।"

बीते साल चीन व भारत के बीच सिक्किम क्षेत्र के डोकलाम में विवाद की वजह से दोनों देशों की सेनाएं दो महीने तक आमने-सामने रहीं।

इस संकट का समाधान अगस्त में किया गया और दोनों पक्षों ने दिसंबर में 20 दौर की वार्ता की और विवादित सीमा पर शांति व स्थिरता बनाए रखने की बात कही।

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