Assam-Meghalaya Border Tension: हिंसक झड़प में 6 लोगों की मौत, मेघालय के 7 जिलों में इंटरनेट बंद

Assam-Meghalaya Border Tension: असम और मेघालय सीमा विवाद पर सीमा विवाद ने फिर से हिंसक रूप अख्तियार कर लिया है। गोलीबारी में 6 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2022-11-22 09:49 GMT

असम और मेघालय सीमा विवाद को लेकर फायरिंग। (Social Media)

Assam-Meghalaya Border Tension: उत्तर पूर्वी राज्य असम और मेघालय के बीच दशकों पुराना सीमा विवाद एक बार फिर सुलग उठा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों राज्यों पर सीमा विवाद ने फिर से हिंसक रूप अख्तियार कर लिया है। गोलीबारी में 6 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। मेघालय सरकार ने स्थिति को बेकाबू होने से पहले सात संवेदनशील जिलों में 48 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया है।

इन जिलों में इंटरनेट ठप

मेघालय सरकार ने जिन जिलों में इंटरनेट सेवा ठप की है, वो हैं – वेस्ट जैंतिया हिल्स, ईस्ट जैंतिया हिल्स, ईस्ट खासी हिल्स, री-भोई, ईस्टर्न वेस्ट खासी हिल्स, वेस्ट खासी हिल्स और साउथ वेस्ट खासी हिल्स। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि घटना में मेघालय के 5 और असम के एक वन रक्षक सहित कुल 6 लोग मारे गए। मेघालय पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

कैसे शुरू हुई हिंसा

एक सीनियर पुलिस अधिकारी के मुताबिक, असम से एक ट्रक अवैध रूप से लकड़ी ले जा रहा था। ट्रक को मेघालय सीमा पर पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले के मोइक्रांग में असम वन विभाग की टीम ने सुबह 3 बजे रोक दिया था। ट्रक चालक ने भागने की कोशिश की, जिसके बाद वन विभाग के जवानों ने उसका पीछा किया। सुबह 5 बजे के करीब बड़ी संख्या में मेघालय की तरफ लोग कटार और अन्य हथियार लेकर घटनास्थल पर जमा हो गए।

वनकर्मियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने सेल्फ डिफेंस में फायरिंग कर दी, जिसके बाद वहां हिंसा भड़क उठी। जिसमें वन रक्षक समेत 6 लोगों की मौत हो गई। जबकि एक अन्य वन रक्षक अभिमन्यु घायल हो गए। मृत वन रक्षक की पहचान बिद्या सिंह लेहटे के रूप में हुई है।

बता दें कि असम और मेघालय 885 किलोमीटर लंबी सीमा को साझा करते हैं। साल 1972 में जब असम से काटकर मेघालय और मिजोरम को अलग राज्य बनाया गया था, तब से दोनों राज्यों के बीच सीमा को लेकर विवाद जारी है। इस दौरान कई बार हिंसक घटनाएं घट चुकी हैं। असम में बीजेपी सरकार और मेघालय में एनडीए की सरकार होने के कारण दोनों राज्यों के बीच इस साल मार्च में सीमा विवाद को सुलझाने के लिए ऐतिहासिक समझौता हुआ था। 

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