भारत में गिरा परमाणु बम, तो ऐसे बचा सकते हैं अपनी जान

दुनिया गोले बारूदों के ढेर पर बसा हुआ है। आज विश्व के लगभग सभी देश अपने पास एक से बढ़कर एक खतरनाक विध्वंसक हथियार को रखने के लिए दिन प्रति दिन नये-नये जतन कर रहे हैं।

Update: 2019-08-06 08:01 GMT
भारत में गिरा परमाणु बम, तो ऐसे बचा सकते हैं अपनी जान

नई दिल्ली : दुनिया गोले बारूदों के ढेर पर बसा हुआ है। आज विश्व के लगभग सभी देश अपने पास एक से बढ़कर एक खतरनाक विध्वंसक हथियार को रखने के लिए दिन प्रति दिन नये-नये जतन कर रहे हैं। ऐसे में कहीं हाइड्रोजन बम तो कहीं परमाणु बम परीक्षण करना अब किसी भी देश के लिए आम बात हो गई है। तो क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसे खतरनाक बम किसी भी देश में गिरे तो उस समय क्या करना चाहिए?

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बता दें ऐसी घटनाओं का शिकार हुए जापान के हिरोशिमा और नाकासाकी में 6 अगस्त 1945 को लिटिल बॉय और फैट मैन परमाणु बमों की मार लोग आज भी झेल रहे। इतने सालो बाद भी मौजूदा निवासियों में विस्फोट के साक्ष्य देखने को मिलते हैं। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे कि ऐसे खतरनाक बमों से बचाव के लिए क्या करना चाहिए?

अमरीका के स्टीवंस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर एलेक्स वालेरस्टाइन का कहना है, कि वह अपनी टीम के साथ मिलकर लोगों को नागरिक सुरक्षा के लिए जागरूक करने का काम कर रहे हैं। उन्हें यह भी बताया जा रहा है कि न्यूक्लियर हमला होने की स्थिति में वह खुद को कैसे बचा सकते हैं।

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हम आपको यह बात इसलिए बता रहे हैं क्योंकि आज पूरी दुनिया में करीब 15 हजार एटमी हथियार हैं। रूस और अमरीका के पास इनका सबसे बड़ा भण्डार है।

ऐसे कर सकते हैं रेडिएशन से बचाव

अमेरिकी प्रोफेसर वालेरस्टाइन ने एक 'न्यूक-मैप' बनाया था। इसमें गूगल मैप जैसे नक्शे के जरिए बताने की कोशिश की गई थी कि किन-किन जगहों पर एटमी हमला होने का असर होगा।

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दूसरे प्रोजेक्ट में परमाणु हमले के असर से स्वंय को बचाने के उपाय बताए। और सबसे जरूरी बात तो यह है कि लोग घरों के अंदर ही रहे। लेकिन परमाणु हमलों से पूरी तरह से फिर भी नहीं सुरक्षित रह पाएंगें। बस अगर कोई घर के अंदर रहे या बाहर असर तो होगा ही। बस इतना जरूर है कि बिल्डिंग के अंदर लंबे समय के लिए कैद कर लेते हैं तो रेडिएशन के ज्यादा असर से खुद को बचा सकते हैं।

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