औरंगजेब बयान पर महाराष्ट्र में सियासी घमासान, छिड़ गया महासंग्राम; अबू आजमी अब दे रहे सफाई
Aurangzeb Abu Azmi Controversy: महाराष्ट्र के समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व विधायक अबू आज़मी ने औरंगज़ेब पर अपने रुख के बाद मचे हंगामे पर सफाई दी। कहा कि मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है।;
Abu Asim Azmi
Abu Azmi Aurangzeb Controversy: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और विधायक अबू आसिम आज़मी के औरंगजेब वाले बयान पर महाराष्ट्र में सियासी महासंग्राम शुरू हो गया है। सभी नेता उनके बयान पर जमकर उनपर निशाना साध रहे हैं। वहीं माहौल को गर्माते देख अबू आजमी ने औरंगज़ेब पर अपने रुख के बाद उठे हंगामे पर स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर दिखाया जा रहा है।
अबू आज़मी कहा कि मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है। औरंगज़ेब रहमतुल्लाह अलेह के बारे में मैंने वही कहा है जो इतिहासकरों और लेखकों ने कहा है। मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या अन्य किसी भी महापुरषों के बारे में कोई अपमानजनक टिपण्णी नहीं की है - लेकिन फिर भी मेरी इस बात से कोई आहत हुआ है तो मैं अपने शब्द, अपना स्टेटमेंट वापस लेता हूं। इस बात को राजनितिक मुद्दा बनाया जा रहा है, और इसकी वजह से महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र को बंद करना मैं समझता हूं की यह महाराष्ट्र की जनता का नुक्सान करना है।
सपा विधायक ने आगे कहा कि यह मेरा बयान नहीं था, बल्कि असम के सीएम द्वारा राहुल गांधी की तुलना औरंगजेब से करने पर मैंने अपनी प्रतिक्रिया दी थी। औरंगजेब के बारे में कई इतिहासकारों ने लिखा है, और मैंने उन्हीं बातों को दोहराया है। ये किताबें अभी भी प्रतिबंधित नहीं हैं, उन इतिहासकारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो जब मैंने वही कहा जो पहले ही लिखा जा चुका है, तो यह मुद्दा क्यों बनाया गया।
देश में मुसलमानों के खिलाफ कई चीजें हो रही हैं। जितना भाजपा नेता मुसलमानों के खिलाफ बोलते हैं, उतना ही उनका वोट बैंक बढ़ता है। सरकार में बैठे लोग मेरे खिलाफ नफरत फैला रहे हैं। मुझे खूब गालियां मिल रही हैं, और अगर मुझे कुछ होता है, तो इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। मैं अपना बयान इसलिए वापस ले रहा हूं क्योंकि यह गलत नहीं था, बल्कि इसलिए क्योंकि लोगों को मेरे खिलाफ गलत तरीके से भड़काया गया है।
अबू आजमी के खिलाफ किसने क्या कहा
वहीं शिवसेना सांसद ने कहा कि समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आज़मी के छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान करने वाले बयानों के खिलाफ शिवसेना पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन करेगी। पार्टी ने मांग की है कि अबू आज़मी के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाए। यही नहीं औरंगज़ेब का महिमामंडन करने के लिए उन्हें विधानसभा से निलंबित किया जाए।
देशद्रोह का मामला दर्ज कराने की मांग
अबू आज़मी की औरंगज़ेब वाली टिप्पणी पर महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत कहते हैं, छत्रपति शिवाजी महाराज और छत्रपति संभाजी महाराज के दुश्मनों की प्रशंसा करना निंदनीय है। हमारे नेता एकनाथ शिंदे ने अपने भाषण में जो कुछ भी कहा, हम उससे सहमत हैं। यह बयान प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से छत्रपति शिवाजी महाराज और छत्रपति संभाजी महाराज के खिलाफ़ था और हम मांग करते हैं कि विधायक को तुरंत निलंबित किया जाए और उनके खिलाफ़ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाए।
अबू आज़मी के निलंबन की मांग
महाराष्ट्र के विधायक अबू आज़मी की औरंगज़ेब वाली टिप्पणी पर भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार कहते हैं कि एक विधायक ने भारतीय सैनिकों पर अपमानजनक टिप्पणी की और हमने उन्हें निलंबित कर दिया और उन्हें वेतन भी नहीं दिया। फिर छत्रपति शिवाजी महाराज के मामले में हमारे साथ क्या हुआ? औरंगज़ेब की प्रशंसा करने वाले व्यक्ति से उसके अधिकार छीन लिए जाने चाहिए। उन्हें देश की गरिमा के खिलाफ़ ऐसा करने पर शर्म आनी चाहिए। उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए और उन्हें निश्चित रूप से निलंबित किया जाएगा और उन्हें वेतन या अन्य कोई भत्ता नहीं दिया जाना चाहिए विधायक के रूप में कोई अन्य अधिकार दिया जाना चाहिए।
अबू आज़मी की औरंगज़ेब वाली क्या थी टिप्पणी
औरंगजेब को लेकर दिए गए अपने बयान पर समाजवादी पार्टी के नेता और महाराष्ट्र के विधायक अबू आजमी ने खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि उस समय के राजा सत्ता और संपत्ति के लिए संघर्ष करते थे, लेकिन यह धार्मिक नहीं था। औरंगजेब ने 52 साल तक शासन किया, और अगर वह वास्तव में हिंदुओं को मुसलमान बना रहा था - तो कल्पना कीजिए कि कितने हिंदू धर्मांतरित हुए होंगे।
अबू आजमी ने आगे कहा कि अगर औरंगजेब रहमतुल्लाह ने मंदिरों को नष्ट किया होता, तो वह मुसलमानों को मुसलमान बनाता। उन्होंने कहा कि उन्होंने मस्जिदें भी नष्ट कीं। अगर वह हिंदुओं के खिलाफ होते तो 34% हिंदू उनके साथ नहीं होते, और उनके सलाहकार हिंदू नहीं होते। इसमें हिंदू-मुस्लिम कोण देने की कोई जरूरत नहीं है।देश संविधान से चलेगा, और मैंने हिंदू भाइयों के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा है।
अबू आजमी ने और क्या कहा
अबू आजमी यही नहीं रुके उन्होंने फिल्म छावा के संदर्भ में कहा कि 17 वीं सदी के मुगल बादशाह औरंगजेब को क्रूर, अत्याचारी या असहिष्णु शासम नहीं मानते हैं। उन्होंने कहा कि औरंगजेब के बारे में गलत बातें कही जा रही है। उसने बहुत सारे मंदिर बनवाए। उन्होंने कहा कि इन दिनों फिल्मों के जरिए मुगल बादशाह की विकृत छवि बनाई जा रही है। उनकी इस टिप्प्णी पर महाराष्ट्र में सियासत गर्म हो गई।