Aurangzeb Tomb: महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर बढ़ा विवाद, विहिप और बजरंग दल ने दी कारसेवा की बड़ी धमकी

Aurangzeb Tomb News: महाराष्ट्र में छत्रपति संभाजी नगर के खुल्दाबाद में स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग तेज हो गई है। विहिप और बजरंग दल ने इसके लिए राज्य सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है।;

Update:2025-03-16 10:40 IST

Aurangzeb Tomb (photo: social media )

Aurangzeb Tomb News: महाराष्ट्र में मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर पैदा हुआ विवाद अब उसकी कब्र तक पहुंच गया है। औरंगजेब की कब्र को लेकर इन दिनों महाराष्ट्र की सियासत गरमाई हुई है। भाजपा नेताओं की ओर से कब्र को हटाने का आह्वान किया जा रहा है। इस बीच विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की ओर से नई धमकी सामने आई है। हिंदुत्व की राजनीति करने वाले इन दोनों संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार इस मामले में कार्रवाई करने में विफल साबित हुई तो वे कारसेवा करने से पीछे नहीं हटेंगे।

सरकार ने कदम नहीं उठाया तो होगी कारसेवा

महाराष्ट्र में छत्रपति संभाजी नगर के खुल्दाबाद में स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग तेज हो गई है। विहिप और बजरंग दल ने इसके लिए राज्य सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है। दोनों संगठनों का कहना है कि वे 17 मार्च को इस संबंध में राज्य सरकार को ज्ञापन सौंपेंगे जिसमें कानूनी तरीके से इस कब्र को हटाने की मांग की जाएगी।

दोनों संगठनों की ओर से दी गई चेतावनी में कहा गया है कि यदि राज्य सरकार कानूनी तरीके से इस दिशा में कदम उठाने में विफल साबित हुई तो राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन और कारसेवा की जाएगी। दोनों संगठनों के नेताओं का कहना है कि इस कब्र को ध्वस्त किया जाना चाहिए क्योंकि यह औरंगजेब के शासन के दौरान हिंदू समुदाय पर किए गए अत्याचार और उत्पीड़न का प्रतीक है। यह कब्र हिंदुओं के जख्म पर नमक छिड़कने का काम करती है।

क्रूरता से भरा है औरंगजेब का इतिहास

विहिप के एक वरिष्ठ नेता ने पुणे में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि औरंगजेब का इतिहास क्रूरता से भरा हुआ है और उसके राज्य के दौरान हिंदुओं का जमकर उत्पीड़न किया गया। उसने अपने पिता को कैद करने के साथ भाइयों की हत्या कर डाली और देश में तमाम हिंदू मंदिरों को नष्ट कर दिया। महाराष्ट्र में उसकी कब्र का होना उसके अत्याचारों का महिमा मंडन करना है। इस कारण इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

उन्होंने मांग की की इस कब्र को हटाने के लिए महाराष्ट्र सरकार को अविलंब कदम उठाना चाहिए। अगर सरकार यह कदम उठाने में विफल साबित हुई तो हम कारसेवा करने से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने राम मंदिर आंदोलन के दौरान की गई कारसेवा की भी याद दिलाई।

भाजपा नेता भी कर रहे कब्र को हटाने की मांग

पिछले हफ्ते महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नितेश राणे और पूर्व सांसद नवनीत राणा ने भी इस कब्र को हटाने की मांग की थी। दोनों नेताओं का कहना था कि महाराष्ट्र सरकार को इस दिशा में कदम हटाना उठाना चाहिए। इस बयान के बाद महाराष्ट्र की सियासत गरमाई हुई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बयान भी इस मामले में सामने आया था।

मुख्यमंत्री फडणवीस ने इस मांग का समर्थन किया था। उनका कहना था कि हमें भी और सभी को ऐसा ही लगता है कि औरंगज़ेब की कब्र को ढहा दिया जाए, लेकिन कुछ काम कानून के दायरे में रहकर करना पड़ता है क्योंकि उस कब्र को संरक्षण मिला हुआ है।

कांग्रेस के शासनकाल के दौरान इस कब्र को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को सौंप दिया गया था। इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले का कहना है कि अभी निश्चित रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता मगर पूरे राज्य में उठ रही मांग का जल्द ही निवारण किया जाएगा।

विपक्ष कर रहा मांग का विरोध

दूसरी ओर विपक्ष की ओर से इस मांग का विरोध किया जा रहा है। महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा कि औरंगजेब की कब्र का होना इस बात का प्रमाण है कि वह यहां आया था और पराजित होने के बाद मारा गया। इसके जरिए हम आने वाली पीढ़ियों को यह बताने में कामयाब होंगे कि हिंदुस्तान का शहंशाह यहां आया था मगर पराजित होने के बाद उसे यहां दफनाया गया।

महाराष्ट्र के सपा विधायक अबू आजमी की ओर से औरंगजेब की तारीफ किए जाने के बाद महाराष्ट्र की सियासत गरमाई हुई है और अब उसकी कब्र को हटाने की मांग तेज होने लगी है। माना जा रहा है कि महाराष्ट्र सरकार पर दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है और ऐसे में सबकी निगाहें सरकार के अगले कदम पर लगी हुई हैं।

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