ये आज का ही वो दिन है जिसे बच्चे साल भर से इंतजार करते हैं।नन्हें बच्चों को आज के दिन गिफ्ट मिलाता है।आज भारत में बाल दिवस मनाया जा रहा है। पूरी दुनिया में बाल दिवस तो मनाया जाता है पर अलग अलग तारीखों पर।देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को बच्चों से बहुत लगाव था। वो बच्चों को देश का भविष्य मानते थे। उनके इस लगाव की वजह से उन्हें चाचा नेहरू भी कहा जाने लगा। बच्चे उन्हें चाचा नेहरू ही कह कर पुकारते थे।इस दिन स्कूलों में रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजित किया जाता है, साथ ही बच्चे विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं। बाल दिवस के दिन कई स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती है और बच्चों के लिए खेल कूद का आयोजन होता है।
यह भी पढ़ें ......बाल दिवस : ये तस्वीर बयां करती है बच्चों की सूरत
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की आज 129वीं जयंती है। बच्चों के प्यारे चाचा नेहरू का जन्मदिन देशभर में बाल दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को हुआ था। बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे। वो 27 मई 1964 का दिन था जब पंडित जवाहर लाल नेहरु के निधन के बाद बच्चों के प्रति उनके प्यार को देखते हुए सर्वसम्मति से यह फैसला हुआ कि अब से हर साल 14 नवंबर को चाचा नेहरू के जन्मदिवस पर बाल दिवस मनाया जाएगा और बाल दिवस कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
यह भी पढ़ें ......बाल दिवस विशेष: स्वस्थ बचपन पर ही टिकेगी विकसित राष्ट्र की बुनियाद
बच्चे देश का भविष्य है
नेहरू कहते थे कि बच्चे देश का भविष्य है इसलिए ये जरूरी है कि उन्हें प्यार दिया जाए और उनकी देखभाल की जाए जिससे वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें। बाल दिवस के दिन स्कूलों में तरह-तरह के रंगारंग कार्यक्रमों, मेलों और ढेर सारी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।इस दिन स्कूलों में बच्चों के बीच मिठाई और टॉफियां बांटी जाती हैं। कई जगह बच्चों को गिफ्ट भी दिए जाते हैं।
यह भी पढ़ें ......अर्शिन मसजोदी: बचपन में ही गंवा बैठी थी पांचों उंगलियां, ऐसे बनी मिस कनाड़ा
कई देशों में अलग-अलग तारीखों पर बाल दिवस मनाया जाता है बाल दिवस
बाल दिवस साल 1925 से मनाया जाने लगा था, लेकिन यूएन ने 20 नवंबर 1954 को बाल दिवस मनाने की घोषणा की थी। विभिन्न देशों में अलग-अलग तारीखों पर बाल दिवस मनाया जाता है। भारत में बाल दिवस 1964 में प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद से मनाया जाने लगा।