Bathinda Military Station Firing: सफेद कपड़े में थे 2 हमलावर, एक के हाथ में राइफल तो दूसरे के कुल्हाड़ी...FIR में खुलासा
Bathinda Military Station Firing: सेना की दक्षिण-पश्चिमी कमान ने एक बयान में कहा, इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में सेना के 4 जवान शहीद हो गए। FIR में बताया गया है कि मृतक जवान संतोष और कमलेश एक कमरे में थे, जबकि सागर और योगेश दूसरे कमरे में। घटना के बाद हमलावर बैरक के बगल से जंगल में जाते दिखे।
Bathinda Military Station Firing: पंजाब (Punjab) के बठिंडा के मिलिट्री स्टेशन के भीतर फायरिंग मामले में बुधवार (12 फ़रवरी) को पंजाब पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली। FIR में खुलासा हुआ है कि हमला करने वाले सफेद रंग का कुर्ता-पायजामा पहने हुए थे। उनके सिर और मुंह ढंके थे। इतना ही नहीं, हमलावरों में से एक के हाथ में इंसास राइफल (Insas Rifle) तो दूसरे के हाथ में कुल्हाड़ी थी। पंजाब पुलिस ने इस केस को मेजर आशुतोष शुक्ला (Major Ashutosh Shukla) के बयानों के आधार पर दर्ज किया है।
पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में ये भी कहा गया है कि, शहीद जवान अपनी बैरक में सो रहे थे। तभी दो हमलावरों ने इन पर अंधाधुंध गोलियां बरसा दी। मृतक संतोष और कमलेश एक ही कमरे में सो रहे थे। जबकि, सागर और योगेश दूसरे कमरे में थे। घटना के बाद हमलावरों को बैरक की बाईं ओर जंगल में जाते हुए देखा गया। बता दें, इस घटना में 4 जवान शहीद हुए हैं।
हमलावर अभी भी पकड़ से बाहर
जवानों पर गोलियां बरसाने वाले हमलावर अभी गिरफ्त से बाहर हैं। इस संबंध में बठिंडा के एसपी अजय गांधी (Bathinda SP Ajay Gandhi) ने मीडिया को बताया कि, अभी ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आखिरकार जवानों के ऊपर फायरिंग करने की वजह क्या थी? पंजाब पुलिस (Punjab Police) और सेना जॉइंट ऑपरेशन चलाकर मामले की जांच में जुटी है।
हमले में प्रयोग राइफल और मैगजीन बरामद
भारतीय सेना (Indian Army) ने बयान जारी कर बताया है कि, बठिंडा मिलिट्री स्टेशन के भीतर फायरिंग में इस्तेमाल इंसास राइफल और मैगजीन बरामद कर लिया गया है। रायफल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। ये राइफल और 28 कारतूस दो दिन से लापता थे। इस मामले अभी तक पुलिस और सेना के हाथ खाली हैं। किसी को भी हिरासत में नहीं लिया गया है।
कितने बजे हुई घटना?
भारतीय सेना के अनुसार, गोलीबारी की ये घटना सुबह करीब 4 बजे के आसपास हुई। जिसके ठीक बाद त्वरित प्रतिक्रिया दल एक्टिव हो गई। उन्होंने इलाके की घेराबंदी की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे (Army Chief General Manoj Pandey) ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) को मामले की जानकारी दी है।