जामिया हिंसा पर दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई, जारी की 70 लोगों की तस्वीरें

देश की दिल्ली के जामिया मिलिया इस्‍लामिया विश्‍वविद्यालय के स्टूडेंट का नाम CAA मामलों में आया था।

Update: 2020-01-29 11:20 GMT

नई दिल्‍ली: देश की दिल्ली के जामिया मिलिया इस्‍लामिया विश्‍वविद्यालय के स्टूडेंट का नाम CAA मामलों में आया था। इसी को देखते हुए अब जामिया मिलिया इस्‍लामिया विश्‍वविद्यालय में हुई हिंसा के मामले में दिल्‍ली पुलिस ने बड़ा कदम उठाया है। इस मामले की जांच में जुटी पुलिस ने 70 लोगों की फोटो जारी की हैं। पुलिस का कहना है कि जामिया हिंसा में इन लोगों ने सक्रिय तौर पर हिस्‍सा लिया था। दिल्ली पुलिस ने इनका सुराग देने वालों को ईनाम देने की घोषणा की है। जामिया हिंसा में सरकारी बसों को आग लगा दी गई थी।

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CAA के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हुई थी ये घटना

इसके साथ ही राहगीरों के वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई थी। जिसके बाद पुलिस ने यूनिवर्सिटी के छात्रों को लाठीचार्ज कर हटा दिया था। आरोप है कि पुलिस ने यूनिवर्सिटी के अंदर तक घुसकर आंसू गैस के गोले दागे थे। 15 दिसंबर को हुई इस घटना के बाद दिल्ली में तनाव फैल गया था। CAA के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान इस तरह की घटना हुई थी।

दो मामले हुए थे दर्ज

आपको बता दें कि जामिया में भड़की हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने दो केस दर्ज किए थे। पहला केस न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और दूसरा मामला जामिया नगर थाने में दर्ज किया गया। पुलिस ने आगजनी, दंगा फैलाने, सरकारी संपत्ति को नुकसान और सरकार काम में बाधा पहुंचाने के अंदर केस दर्ज किया था।

15 दिसंबर की थी घटना

आपको बता दें कि 15 दिसंबर को CAA के विरोध में दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के पास उपद्रवी भीड़ ने 4 बसों समेत 8 वाहन फूंक दिए थे और पथराव कर तोड़फोड़ की थी। पुलिस उपद्रवियों को खदेड़ते हुए यूनिवर्सिटी में घुस गई थी। पुलिस ने लाठीचार्ज कर स्टूडेंट्स को बाहर निकाला था। उस टाइम करीब 100 से ज्यादा छात्र जख्मी हुए थे। इसमें बड़ी संख्या में छात्राएं भी शामिल रहीं।

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पुलिस ने दर्ज किया था मामला

पुलिस ने मामले में दंगा भड़काने, उपद्रव मचाने, सरकारी प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने, पुलिस पर हमला करने की धाराओं के अंदर मुकदमा भी दर्ज किया था। पुलिस का कहना है कि सभी युवकों का आपराधिक रिकॉर्ड है। पुलिस ने 52 छात्रों को अरेस्ट किया था, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।

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