बिहार में नीतीश कुमार हैं सबसे बड़े खिलाड़ी, तेजस्वी यादव से बोले तुम्हारे पिता को मैंने...
Bihar Politics:नीतीश कुमार सदन में तेजस्वी यादव से बोले तुम्हारी जाति के लोग भी मुझसे पूछ रहे थे कि मैं ऐसा क्यों कर रहा हूं, लेकिन मैंने फिर भी उन्हीं को बनाया।;
बिहार बजट सत्र के दौरान नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव
Bihar Budget Session 2025: बिहार बजट सत्र 2025 की शुरुआत 3 मार्च को हुआ। सत्र का आज दूसरा दिन है। वहीं कार्यवाही के दौरान पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक दूसरे पर कटाक्ष करते दिखे। सदन में दोनों नेता के बीच बहस देखने को मिला।
बिहार विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पहले समाज में बहुत विवाद होता था, हिंदू-मुस्लिम के बीच बहुत लड़ाई होती थी, पढ़ाई, बिजली की स्थिति बहुत खराब थी। पहले इलाज का इंतजाम नहीं था। जब हम लोग आए हमने इन सब पर काम किया। अब राज्य में डर एवं भय का वातावरण नहीं है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यहां पहले शाम के बाद कोई घर से नहीं निकलता था लेकिन अब रात के 11 बजे तक चाहे लड़का हो या लड़की हो या महिला हो सब निकलते हैं। हमने स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में पूरा काम किया। हमने लड़के और लड़कियों के लिए पोशाक योजना शुरू किया।
वहीं सदन में आरजेडी विधायक तेजस्वी यादव के साथ बहस के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा "पहले बिहार में क्या था? तुम्हारे (तेजस्वी यादव) पिता को मैंने ही बनाया है। तुम्हारी जाति के लोग भी मुझसे पूछ रहे थे कि मैं ऐसा क्यों कर रहा हूं, लेकिन मैंने फिर भी उन्हीं को बनाया।"
तेजस्वी यादव ने क्या कहा
सदन में आरजेडी विधायक तेजस्वी यादव ने कहा कि लोकतंत्र में ये मौजूदा सरकार लगातार संविधान और लोकतंत्र को खत्म करने में लगी हुई है। ये बात किसी से छुपा नहीं है। इस बार राज्यपाल का अभिभाषण बहुत ही कंफ्यूजड रहा। 2015 से 2025 तक बिहार में 5-5 राज्यपाल बने हैं, 2020-2025 तक तीन बार सरकार बदली है। अब तक सभी राज्यपाल का अभिभाषण एक जैसा था।
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि अब राज्यपाल 2005 या 2010 या वह हमारा 2015 में जो हमारी उपलब्धियां वो अभिभाषण में पढ़ रहे थे या 2017 या 2024 का अभिभाषण पढ़ रहे थे। इस बार के अभिभाषण में हमारे भी उपलब्धियों को पढ़ा गया तो इस बार का अभिभाषण बड़ा ही कंफ्यूजड रहा। बजट अलग था लेकिन इस बार के अभिभाषण में हमारी कई उपलब्धियों को गिनवाया गया। तो सब कंफ्यूजड हैं।