Bihar CM Nitish Kumar: नीतीश बोले- एक साल में सड़क बना देना, कहो तो पैर छू लें
Bihar CM Nitish Kumar: अचानक नीतीश उठ खड़े हुए और बोले, "कहिए तो हम आपके पैर छू लेते हैं।" सकपका कर अधिकारी कई कदम पीछे हट गया और बोला "सर, कृपया ऐसा न करें।"
Bihar CM Nitish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब किसी के भी पैर छू लेने में नहीं हिचक रहे हैं। ताजा मामला एक सड़क प्रोजेक्ट के ठेकेदार कम्पनी के एक अधिकारी के साथ का है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने काम जल्दी पूरा करने के लिए इस अधिकारी के पैर छूने की पेशकश कर डाली।
70 वर्षीय नीतीश कुमार का यह अजीबोगरीब इशारा एक समारोह में देखने को मिला। इस समारोह में पटना शहर में ट्रैफिक की भीड़भाड़ को कम करने के इरादे से नदी के किनारे बने एक्सप्रेसवे "जेपी गंगा पथ" के एक हिस्से को जनता को समर्पित किया गया था। समारोह उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा और स्थानीय सांसद रविशंकर प्रसाद जैसे गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।
इस दौरान परियोजना की प्रगति पर एक प्रस्तुति दी गई। उमस भरे मौसम में बैठे-बैठे अपने चेहरे से पसीना पोंछते नीतीश को देख कर लग रहा था कि वे संतुष्ट नहीं थे। आखिरकार उन्होंने सड़क प्रोजेक्ट वाली कंपनी के अधिकारी से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि साल के अंत तक पूरा काम पूरा हो जाए।
अचानक नीतीश उठ खड़े हुए और बोले, "कहिए तो हम आपके पैर छू लेते हैं।" सकपका कर अधिकारी कई कदम पीछे हट गया और बोला "सर, कृपया ऐसा न करें।" वहां मौजूद वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और नेता भी अपने पैरों पर खड़े हो गए ताकि नीतीश को और कुछ करने से रोका जा सके।
हफ्ता भर पहले भी ऐसा हुआ
एक हफ्ते पहले ही एक अन्य घटना में मुख्यमंत्री ने एक उच्च पदस्थ आईएएस अधिकारी के पैर छूने की पेशकश कर दी थी। नीतीश कुमार ने उस आईएएस से व्यापक सर्वेक्षण करके भूमि विवादों को जल्दी से जल्दी निपटाने का आग्रह किया था। नीतीश कुमार का कहना था कि भूमि विवाद को लेकर झगड़े राज्य में हिंसक अपराधों के लिए मुख्य कारण पाए गए हैं।
बहरहाल, जेपी गंगा पथ का कार्यक्रम बिना किसी शोर-शराबे के संपन्न हो गया, लेकिन सोशल मीडिया पर ये चर्चा का विषय बना रहा और विपक्ष की ओर से इसका खूब मजाक उड़ाया गया।
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने वीडियो फुटेज साझा किया और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री "लाचार" हैं, यही कारण है कि वे "हमेशा सभी के पैरों पर गिरने के लिए तैयार रहते हैं, चाहे वे सरकारी अधिकारी हों या निजी क्षेत्र के लोग।"
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर 243 सदस्यीय सदन में केवल "43 विधायकों" वाली पार्टी का नेतृत्व करने का भी आरोप लगाया और दावा किया कि "कुछ मुट्ठी भर सेवारत और सेवानिवृत्त नौकरशाह" राज्य में सब कुछ चला रहे हैं।