Bihar Floor Test: बिहार में ‘खेला’ की आशंका से सत्ता पक्ष और विपक्ष में बेचैनी, नाराज विधायकों को मनाने में नीतीश कामयाब, बहुमत हासिल करने का किया दावा
Bihar Floor Test: जदयू की ओर से रविवार को पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई गई थी मगर पार्टी के चार विधायक की इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए नहीं पहुंचे।
Bihar Floor Test: बिहार विधानसभा में आज नीतीश सरकार के फ्लोर टेस्ट पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं। फ्लोर टेस्ट से पहले राजद, जदयू और कांग्रेस की ओर से विधायकों के एकजुट होने का दावा किया जा रहा है। फ्लोर टेस्ट के दौरान सभी दल अपने विधायकों को सहेजने की कोशिश में जुटे हुए हैं। वैसे राजद की ओर से फ्लोर टेस्ट के दौरान ‘खेला’ होने का दावा किया जा रहा है।
राजद के सभी विधायकों को राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के आवास पर नजरबंद रखा गया है जबकि कांग्रेस विधायकों के रविवार को हैदराबाद से लौटने के बाद उन्हें भी तेजस्वी आवास पर ही भेज दिया गया था।
जदयू की ओर से रविवार को पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई गई थी मगर पार्टी के चार विधायक की इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए नहीं पहुंचे। इन विधायकों के रुख को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं मगर जानकारी सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी के नाराज विधायकों को मनाने में कामयाब रहे हैं। अपनी मुहिम का मेरा होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बहुमत हासिल करने का बड़ा दावा किया है।
नाराज विधायकों को मनाने में नीतीश कामयाब
जदयू विधायकों के रविवार को राज्य के वरिष्ठ मंत्री विजय चौधरी के आवास पर बैठक हुई। मुख्यमंत्री ने नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक के दौरान राज्य के सियासी स्थिति पर मंथन किया गया। मुख्यमंत्री ने पार्टी विधायकों से विधानसभा में एकजुट होकर संयम से भरा व्यवहार करने की अपील की। इस बैठक में पार्टी के चार विधायकों के न पहुंचने पर पार्टी नेतृत्व चिंता में पड़ गया। बैठक के बाद विजय चौधरी ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्वीकार किया कि पार्टी को कुछ विधायक बैठक में नहीं पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि पार्टी के दो-तीन विधायक बैठक में नहीं पहुंचे। हालांकि उन्होंने इस संबंध में पार्टी पदाधिकारी को पहले ही सूचना दे दी थी।
दूसरी ओर जानकार सूत्रों का कहना है कि बैठक में हिस्सा लेने के लिए चार विधायक नहीं पहुंचे। इनमें से तीन विधायकों के मोबाइल में स्विच ऑफ मिले। आनन फानन में इन विधायकों से संपर्क साधने की कोशिश की गई। जानकार सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज विधायकों को मनाने में कामयाब रहे हैं। बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी के सभी विधायकों को एकजुट रहने और सदन के भीतर संयम पूर्ण व्यवहार करने की अपील की। बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी विधायकों को सोमवार को सदन में मौजूद रहने और किसी भी उत्तेजना से दूर रहने की अपील की।
कांग्रेस ने किया एकजुटता का दावा
सभी कांग्रेस विधायक भी हैदराबाद से पटना लौट आए हैं। पटना एयरपोर्ट से सीधे कांग्रेस विधायकों को तेजस्वी आवास पर ले गए ले जाया गया। इस दौरान मीडिया से बातचीत में कांग्रेस के नेता शकील अहमद खान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पहले भी एकजुट थी, आज भी एकजुट है और भविष्य में भी एकजुट बनी रहेगी।
उन्होंने कहा कि बिहार में जिस तरह से पूरा घटनाक्रम हुआ है, उसमें निश्चित रूप से सच्चाई की जीत होगी। फ्लोर टेस्ट के दौरान सबको अंदाजा लग जाएगा। फ्लोर टेस्ट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि निश्चित रूप से विश्वासमत परीक्षण के दौरान खेला होगा।
नीतीश सरकार को 128 विधायकों का समर्थन
दूसरी ओर जदयू नेता विजय चौधरी ने कहा कि बहुमत को लेकर हम पूरी तरह आश्वस्त हैं और नीतीश सरकार इस परीक्षा को पास करने में कामयाब होगी। उन्होंने कहा कि हमारे पास 128 विधायकों का समर्थन है।
उन्होंने कहा कि पार्टी के जो विधायक का रविवार के बैठक में हिस्सा लेने के लिए नहीं पहुंचे, वे भी नीतीश सरकार को अपना समर्थन देने के लिए तैयार हैं। रविवार को सत्ता पक्ष और विरोधी खेमे में विधायकों को एकजुट रखने की कवायद चरम पर रही दिनभर भोज और बैठकों का दौर चलता रहा।
राजद ने कहा-नीतीश सरकार कुछ घंटे की मेहमान
फ्लोर टेस्ट से पहले राजद की ओर से दावा किया गया है कि विधानसभा में आज निश्चित रूप से खेला होगा। पार्टी ने कहा कि यह वैचारिक लड़ाई है और हम नीतीश सरकार की पुलिस से डरने वाले नहीं है। तेजस्वी का आवास पुलिस की ओर से घेरे जाने पर प्रतिक्रिया जताते हुए राजद ने कहा कि बिहार की न्याय प्रिय जनता इस पुलिसिया दमन का प्रतिकार करेगी।
राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि आजाद भारत में ऐसा कभी नहीं हुआ है। विधायकों को बैठक करने से रोका जा रहा है। अगर बीजेपी करे तो रासलीला और राजद करें तो कैरेक्टर ढीला, ऐसी दोहरी नीति नहीं चलने वाली है। राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि नीतीश सरकार वेंटीलेटर पर है। राज्य सरकार कुछ घंटे की मेहमान है और जल्द ही राज्य की सत्ता से बेदखल हो जाएगी।
नित्यानंद राय ने की मांझी से मुलाकात
फ्लोर टेस्ट से पहले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पूर्व मुख्यमंत्री और हम के मुखिया जीतन राम मांझी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई। मांझी की नाराजगी के बीच इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हालांकि मांझी ने रविवार को कहा था कि हम नीतीश सरकार का खुलकर समर्थन करेंगे।
उनका कहना था कि हम गरीब जरूर हैं मगर बेईमान नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने नीतीश सरकार को समर्थन देने का स्पष्ट ऐलान भी किया था। जानकार सूत्रों का कहना है कि इस बैठक के दौरान फ्लोर टेस्ट के दौरान अपनाई जाने वाली रणनीति पर चर्चा की गई है। मुलाकात के बाद मांझी ने नीतीश सरकार को 128 से अधिक विधायकों के समर्थन का दावा किया।