Lok Sabha Election: MP से शिवराज और सिंधिया को उतारने की BJP की तैयारी, विजयवर्गीय और नरोत्तम मिश्रा के नाम भी चर्चा में
Lok Sabha Election 2024: भाजपा शिवराज सिंह चौहान के अलावा केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी लोकसभा की सियासी जंग में उतरने की तैयारी है।
Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद भाजपा अब लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस को करारी चोट देने की कोशिश में जुटी हुई है। मध्य प्रदेश की चुनावी जीत में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बड़ी भूमिका मानी गई थी मगर इसके बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री बनने का मौका नहीं मिला था। अब भाजपा शिवराज सिंह चौहान को लोकसभा चुनाव में उतरने की तैयारी में जुटी हुई है। माना जा रहा है कि भाजपा की जीत की स्थिति में शिवराज सिंह चौहान को आगे चलकर बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
शिवराज सिंह चौहान के अलावा केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी लोकसभा की सियासी जंग में उतरने की तैयारी है। मध्य प्रदेश में भाजपा के दो और बड़े नेताओं कैलाश विजयवर्गीय और नरोत्तम मिश्रा को भी लोकसभा की जंग में उतारा जा सकता है। मंगलवार को भोपाल में भाजपा की कोर कमेटी के बैठक में भावी प्रत्याशियों का पैनल तैयार किया गया है और अब इसे केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेजा गया है। केंद्रीय चुनाव समिति की कल होने वाली बैठक में इन नामों पर चर्चा की जाएगी।
शिवराज और सिंधिया को लड़ाने की तैयारी
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम दो लोकसभा क्षेत्रों के लिए तैयार किए गए पैनल में शामिल है। माना जा रहा है कि उन्हें भोपाल या विदिशा से चुनावी अखाड़े में उतारा जा सकता है। अपनी सरकार की लाडली बहना और अन्य योजनाओं के कारण शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता अभी भी बनी हुई है और पार्टी उनकी इस लोकप्रियता का लाभ उठाने की कोशिश में जुटी हुई है। जानकारों का मानना है कि चुनावी जीत के बाद उन्हें आगे चलकर बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम भी दो लोकसभा क्षेत्रों के लिए भेजा गया है। उन्हें ग्वालियर या गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से चुनावी अखाड़े में उतारने की तैयारी है। वैसे शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य का नाम जिन लोकसभा सीटों के लिए भेजा गया है, उन लोकसभा सीटों के लिए अन्य नामों की भी सिफारिश की गई है। अब केंद्रीय चुनाव समिति इस पर चर्चा करके आखिरी फैसला लेगी।
विजयवर्गीय और नरोत्तम मिश्रा के नाम भी चर्चा में
पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान इंदौर की विधानसभा सीट से जीत हासिल करने वाले कैलाश विजयवर्गीय को भी चुनावी अखाड़े में उतारा जा सकता है। उनका नाम इंदौर लोकसभा सीट के लिए भेजा गया है। राज्य के पूर्व गृह मंत्री और विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखने वाले नरोत्तम मिश्रा का नाम भोपाल और ग्वालियर लोकसभा सीटों के लिए भेजा गया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का नाम भोपाल सीट के लिए तैयार किए गए पैनल में शामिल है।
गुना लोकसभा सीट से केपी सिंह यादव का नाम भी सूची में शामिल है जिन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराकर सनसनी फैला दी थी। इंदौर से विजयवर्गीय के अलावा शंकर लवलानी और पुष्यमित्र भार्गव का नाम भी भेजा गया है। विदिशा लोकसभा सीट पर शिवराज सिंह चौहान के अलावा पार्टी की ओर से रामपाल सिंह और रमाकांत भार्गव के नाम पर भी विचार किया जा सकता है।
इस बार बड़े पैमाने पर कटेगा टिकट
मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें हैं और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने मध्य प्रदेश में बड़ी जीत हासिल करते हुए 28 सीटों पर कब्जा कर लिया था। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ सिर्फ छिंदवाड़ा सीट पर कांग्रेस की लाज बचाने में कामयाब हुए थे। भाजपा इस बार भी कांग्रेस को करारी चोट पहुंचाने की कोशिश में जुटी हुई है। इसीलिए प्रत्याशियों के नामों पर गहराई से मंथन किया जा रहा है।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी के करीब 21 सांसदों को बदला जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हाल में युवाओं और नए चेहरों को सामने लाने पर जोर दिया था। ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी की ओर से कई नए चेहरों पर भी दांव लगाया जा सकता है।
पैनल के नामों पर कल होगा मंथन
मध्य प्रदेश में भाजपा की कोर कमेटी की ओर से तैयार किए गए पैनल के नामों को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव दिल्ली पहुंचे हैं। जानकारों का कहना है कि वे इस सूची में शामिल नामों के संबंध में भाजपा के बड़े नेताओं के साथ चर्चा करेंगे। भाजपा सूत्रों के मुताबिक वे इस संबंध में गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मिलेंगे।
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की कल बैठक होने वाली है और इस बैठक के दौरान मध्य प्रदेश में टिकट के दावेदारों की सूची को अंतिम रूप दिया जा सकता है। पार्टी दिग्गज नेताओं के साथ ही नए चेहरों के दम पर राज्य का सियासी समीकरण साधने की कोशिश में जुटी हुई है और पार्टी की सूची में इसकी झलक दिखने की संभावना है।