Raja Singh को NDA शासित राज्य में नहीं मिली रैली की अनुमति, जानें पुलिस ने क्या कहा

Raja Singh: दक्षिण भारत से आने वाले बीजेपी के फायरब्रांड लीडर के तौर पर देखा जाता है टी. राजा सिंह। इसी पहचान के कारण विपक्ष शासित राज्यों में उन्हें रैली की अनुमति नहीं मिलती है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2024-02-22 09:48 IST

BJP MLA T Raja Singh  (photo: social media )

Raja Singh: तेलंगाना विधानसभा चुनाव में जीत की हैट्रिक लगाने वाले बीजेपी विधायक टी. राजा सिंह अक्सर खबरों में बने रहते हैं। भड़काऊ बयानबाजी के कारण उनका विवादों से गहरा नाता रहा है। इस चक्कर में वो कई बार जेल भी हो आए हैं और यहां तक कि पार्टी से भी निष्कासित हो चुके हैं। इन सबके बावजूद उन्हें दक्षिण भारत से आने वाले बीजेपी के फायरब्रांड लीडर के तौर पर देखा जाता है। उनकी इसी पहचान के कारण विपक्ष शासित राज्यों में उन्हें रैली की अनुमति नहीं मिलती है।

लेकिन अबकी बार उनके साथ एक एनडीए शासित राज्य में खेल हो गया। महाराष्ट्र सरकार ने बीजेपी विधायक राजा सिंह को मुंबई में रैली करने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है। सिंह 25 फरवरी को रैली करने वाले थे। पुलिस ने उनके नफरती भाषणों का हवाला देते हुए ये फैसला लिया है। दिलचस्प बात ये है कि राज्य में गृह विभाग डिप्टी सीएम देवेंद्र फडनवीस के पास है।

हिंदू जन आक्रोश रैली की नहीं मिली इजाजत

बीजेपी विधायक टी राजा सिंह 25 फरवरी को मुंबई के मीरा रोड इलाके में हिंदू जन आक्रोश रैली करने वाले थे। मीरा भायंदर पुलिस ने रैली को कैंसिल करते हुए कहा कि इसमें लोगों की भारी भीड़ उमड़ सकती है और उन्हें नियंत्रित करना मुश्किल होगा। पुलिस ने बीजेपी विधायक के पुराने नफरती भाषणों का हवाला देते हुए कहा कि इससे इलाके में लॉ एंड ऑर्डर खराब हो सकता है और दो समुदायों के बीच तनाव पैदा हो सकता है।

हेट स्पीच और बच्चों की परीक्षा का दिया हवाला

मुंबई पुलिस ने आयोजकों को भेजे पत्र में हेट स्पीच को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का जिक्र किया है। पत्र में बताया गया कि विधायक राजा सिंह के खिलाफ विभिन्न जगहों पर हेट स्पीच के मामले दर्ज हैं। पुलिस ने अपने पत्र में रैली को रद्द करने की एक और वजह 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षा को भी बताया है। आयोजकों को सीआरपीसी की धारा 149 के तहत एक नोटिस जारी कर पुलिस द्वारा जारी आदेशों का पालन करने को कहा है।

बता दें कि मुंबई के मीरा रोड इलाके में बीते माह जनवरी में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा से ठीक पहले सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठ थी। इसके बाद मुंबई नगर निगम ने इलाके में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कई दुकानों को ध्वस्त कर दिया था, जिसको लेकर स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी थी। इस हफ्ते की शुरूआत में पूर्व विधायक और एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने मीरा रोड इलाके में जाने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था।

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