Delhi Elections: दिल्ली में BJP सांसदों को मिली बड़ी जिम्मेदारी, अपने क्षेत्र की सीटों पर दिलानी होगी जीत
Delhi Elections: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी अभी से शुरू हो गई है। जिसके लिए बीजेपी ने अपने सांसदों को बड़ी जिम्मेदारी दी है।
Delhi Elections: महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब दिल्ली के विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने जोरदार तैयारियां शुरू कर दी हैं। आप मुखिया और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली पर फोकस कर रखा है तो दूसरी ओर भाजपा भी पूरी ताकत लगाने की तैयारी में जुट गई है।
दिल्ली के विधानसभा चुनाव में भाजपा नेतृत्व ने राजधानी में अपने सांसदों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। सभी सांसदों को अपने लोकसभा क्षेत्र में आने वाली 10 विधानसभा सीटों पर जीत दिलाने का टारगेट दिया गया है। इसी के जरिए सांसदों की परफॉर्मेंस का परीक्षण भी किया जाएगा। महाराष्ट्र की फतह के बाद अब भाजपा का शीर्ष नेतृत्व दिल्ली में आप को सत्ता से बेदखल करने की कोशिश में जुटा हुआ है और इसके लिए कई तरह की कवायद की जा रही है।
उम्मीदवारों के चयन में ली जाएगी सांसदों की राय
भाजपा सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में जीत के बाद दिल्ली के भाजपा सांसदों से पार्टी नेतृत्व ने मंथन किया था। राजधानी के भाजपा सांसदों से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भी उन्हें यह बात याद दिलाई थी कि विधानसभा चुनाव में उन्हें बड़ी भूमिका निभानी है।
वैसे उम्मीदवारों के नाम को लेकर पार्टी में अभी तक कोई चर्चा शुरू नहीं हुई है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का नाम तय करने के दौरान सांसदों से भी राय ली जाएगी। पार्टी नेतृत्व यह जानना चाहता है कि सांसदों की नजर में कौन दावेदार ज्यादा मजबूत स्थिति में दिख रहा है।
संघ के नेताओं से भी लिया जाएगा फीडबैक
दिल्ली विधानसभा के लिए उम्मीदवारों के चयन में पार्टी नेतृत्व की ओर से इस बार विशेष सतर्कता बरते जाने की तैयारी है। मौजूदा समय में हर सीट पर भाजपा के टिकट के कई-कई दावेदार हैं और इसलिए टिकट का फैसला करना आसान नहीं माना जा रहा है। पार्टी की ओर से पहले उम्मीदवारों के नामों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा और उसके बाद कई स्तरों पर फीडबैक लेने की तैयारी है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ ही संघ से जुड़े अन्य संगठनों की भी उम्मीदवारों के बारे में राय ली जाएगी। भाजपा नेतृत्व इस बार संघ के साथ मिलकर होमवर्क करना चाहता है ताकि विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत उम्मीदवार उतारने में कामयाबी मिल सके। संघ के साथ ट्यूनिंग का पार्टी को प्रचार के दौरान भी बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है।
चुनावी जीत के लिए भाजपा की नई रणनीति
भाजपा के एक नेता ने बताया कि इस बार के विधानसभा चुनाव के दौरान हर विधानसभा क्षेत्र की दिक्कतों पर फोकस करने की तैयारी है। हर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को यह बताया जाएगा कि आम आदमी पार्टी के कुशासन की वजह से उन्हें किस तरह दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा का मानना है की राजधानी में हर क्षेत्र के लोग तमाम दिक्कतों का सामना कर रहे हैं और इस कारण उन्हें आप के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का भी फायदा मिलने की उम्मीद है।
भाजपा की ओर से इस बार माइक्रो स्तर पर समस्याओं की पड़ताल की जा रही है क्योंकि पार्टी का मानना है कि यही पार्टी की जीत का आधार बनेगी। दिल्ली के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा पदाधिकारियों को पहले ही जिम्मेदारी सौंपी जा चुकी है और अब सांसदों की मदद से पार्टी उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने की पहल की गई है।