Dalai Lama on China: 'चीन मुझसे संपर्क करने की कोशिश में, तिब्बत समस्याओं पर वार्ता के लिए मैं तैयार', दलाई लामा बोले
Dalai Lama News : बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा, 'तिब्बत कई दशकों से चीन के अधीन है। हम पूरी तरह से आजादी चाहते हैं। चीन ने तिब्बत के प्रति दमनकारी नीतियां अपनाई हैं। मगर, अब अपनी इस गलती को सुधारना चाहता है।'
Dalai Lama News: बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा तिब्बत समस्याओं पर चीन से खुलकर बात करने को तैयार हैं। दरअसल, चीन ने दलाई लामा से संपर्क करने की कोशिश की है। बौद्ध धर्मगुरु ने आगे कहा कि, 'अब चीन (China) को तिब्बत के लोगों के साहस का एहसास हो गया है। इसलिए तिब्बत की समस्याओं का निराकरण करने के लिए चीनी नेता मुझसे संपर्क साध रहे हैं।'
दिल्ली-लद्दाख जाने से पहले दलाई लामा ने हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला (Dharamshala, HP) में मीडिया से बात करते हुए ये बातें कही। गौरतलब है कि, तिब्बत कई दशकों से चीन के अधीन है। तिब्बत के लोग आज भी अपनी आज़ादी की लड़ाई लड़ रहे हैं।
दलाई लामा- चीन ऐतिहासिक तौर पर बौद्ध देश
बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा (Buddhist leader Dalai Lama) ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि, 'तिब्बत कई वर्षों से चीन के आधिपत्य है। हम पूरी तरह से आजादी चाहते हैं। उन्होंने कहा, चीन ने तिब्बत के प्रति दमनकारी नीतियां अपनाई हैं। मगर, अब चीन अपनी इस गलती को सुधारना चाहता है।' दलाई लामा ने आगे कहा, चीन अब बदल रहा है। चीन के प्रति मुझे गुस्सा नहीं है। ना ही उन नेताओं से जिन्होंने तिब्बत के प्रति दमनकारी रवैया अपनाया। साथ ही, लामा ये भी कहते हैं कि, चीन ऐतिहासिक तौर पर बौद्ध देश (Buddhist country) है।
'तिब्बत की संस्कृति से विश्व का कल्याण होगा'
धर्मशाला में मीडिया से बात करते हुए दलाई लामा ने कहा, वहां (चीन) मौजूद बौद्ध मठ और मंदिर (Buddhist Monasteries and Temples) इस बात का प्रमाण हैं। मैंने उन मठों और मंदिरों का भ्रमण भी किया है। दलाई लामा कहते हैं, तिब्बत की संस्कृति और धर्म के ज्ञान से पूरे विश्व का कल्याण होगा।'
अन्य धर्म और उनकी परंपराओं का भी सम्मान करता हूं
उन्होंने आगे कहा, 'मैं अन्य धर्मों और उनकी परंपराओं का भी सम्मान करता हूं। मैं दुनियाभर के अपने सभी अनुयायियों को प्यार और करुणा का प्रसार करने का संदेश देता हूं। बौद्ध धर्मगुरु ने ये भी कहा कि, मुझे लगता है मैं 100 वर्ष से अधिक जीवन व्यतीत करूंगा। आप लंबी आयु के लिए प्रार्थना करें।'