By-Election 2024: आठ राज्यों की 23 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव, एनडीए और इंडिया गठबंधन में कड़ा मुकाबला, कौन पड़ेगा भारी

By-Election 2024: इन सीटों पर उपचुनाव का नतीजा 13 जुलाई को घोषित किया जाएगा। इन सीटों के अलावा उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर भी जल्द ही उपचुनाव होने वाला है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2024-07-08 13:39 IST

PM Modi and Rahul Gandhi (photo: social media )

By-Election 2024: लोकसभा चुनाव समाप्त होने के बाद अब सबकी निगाहें 8 राज्यों में 23 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर टिकी हैं। लोकसभा चुनाव की तरह ही विधानसभा उपचुनाव में भी सत्तारूढ़ एनडीए और विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया के बीच कड़ा मुकाबला दिख रहा है। देश भर के सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर 10 जुलाई को मतदान होने वाला है और इसके लिए दोनों खेमों ने पूरी ताकत झोंक रखी है।

इन सीटों पर उपचुनाव का नतीजा 13 जुलाई को घोषित किया जाएगा। इन सीटों के अलावा उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर भी जल्द ही उपचुनाव होने वाला है। हालांकि इन सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का अभी तक ऐलान नहीं किया गया है मगर दोनों खेमों ने कमर कसनी शुरू कर दी है।

इन राज्यों में 10 जुलाई को उपचुनाव

जिन विधानसभा सीटों पर 10 जुलाई को मतदान होने वाला है,वहां विभिन्न दलों से जुड़े प्रत्याशियों ने पूरी ताकत लगा रखी है। इन सीटों में बिहार की रुपौली, पश्चिम बंगाल की रायगंज, रानाघाट दक्षिण, बगदा, माणिकताला, तमिलनाडु की विक्रावंदी, मध्यप्रदेश की अमरवाड़ा, उत्तराखंड की बद्रीनाथ, मंगलौर, पंजाब की जालंधर वेस्ट, हिमाचल प्रदेश की देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ शामिल हैं। विधायकों के निधन और लोकसभा चुनाव जीतने के बाद इस्तीफों के कारण इन सीटों पर उपचुनाव कराए जा रहे हैं।


यूपी में भी जल्द होगा तारीख का ऐलान

सियासी नजरिया से काफी अहम माने जाने वाले उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर भी जल्द ही उपचुनाव होने वाले हैं। इन सीटों में करहल, मिल्कीपुर, कटेहरी, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर मीरापुर, फूलपुर, मझवा और सीसामऊ शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में नौ विधायक लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन चुके हैं और उन्होंने अपनी अपनी सीटों से इस्तीफा दे दिया है।

कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट भी खाली हो गई है क्योंकि यहां के विधायक इरफान सोलंकी को सजा सुनाए जाने के बाद उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई है। चुनाव आयोग की ओर से इन सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान भी जल्द किए जाने की संभावना है।


पश्चिम बंगाल में टीएमसी का पलड़ा भारी

पश्चिम पश्चिम बंगाल में जिन चार सीटों पर उपचुनाव होने हैं,उन पर पिछले चुनाव में टीएमसी ने जीत हासिल की थी। इस बार के लोकसभा चुनाव में भी टीएमसी का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है और ऐसे में माना जा रहा है कि टीएमसी इस बार भी मजबूत साबित हो सकती है। हालांकि टीएमसी को भाजपा की ओर से कड़ी चुनौती मिलने की संभावना जताई जा रही है।

बिहार की रूपौली सीट पर जदयू विधायक के टिकट पर बीमा भारती ने चुनाव जीता था मगर लोकसभा चुनाव से पहले वे राजद में शामिल हो गई थीं। उन्होंने राजद के टिकट पर पूर्णिया से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था मगर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। अब वे एक बार फिर इस सीट पर चुनाव मैदान में उतरी हैं। यहां राजद और जदयू के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा है।


तमिलनाडु और मध्य प्रदेश में भी उपचुनाव

तमिलनाडु की विक्रवंडी सीट पर भी उपचुनाव होना है। डीएमके विधायक पुगाजेंथी के निधन के बाद यह सीट खाली हुई है। इस सीट पर डीएमके को एनडीए से चुनौती मिल रही है। मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक कमलेश प्रताप शाह के बीजेपी में शामिल होने के बाद उपचुनाव हो रहा है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत के बाद इस सीट पर भाजपा की स्थिति मजबूत मानी जा रही है।


भाजपा और कांग्रेस के लिए अहम है उत्तराखंड

उत्तराखंड की बद्रीनाथ और मंगलौर सीट पर उपचुनाव भाजपा और कांग्रेस के लिए काफी अहम माना जा रहा है। बद्रीनाथ से विधायक राजेंद्र भंडारी कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे। मंगलौर में बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन के बाद उपचुनाव हो रहा है।

इस सीट पर बीजेपी ने करतार सिंह भड़ाना, कांग्रेस ने पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन और बीएसपी ने दिवंगत विधायक सरवत करीम अंसारी के बेटे उबेदुर रहमान को टिकट दिया है। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही है।


हिमाचल में सीएम सुक्खू की प्रतिष्ठा दांव पर

हिमाचल प्रदेश की देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। होशयार सिंह, आशीष शर्मा और केएल ठाकुर के इस्तीफे के बाद इन सीटों पर उपचुनाव कराया जा रहा है। देहरा में कांग्रेस की कमलेश ठाकुर और बीजेपी के होशियार सिंह के बीच कड़ा मुकाबला दिख रहा है।

कांग्रेस के लिए यह सीट प्रतिष्ठा की जंग बन गई है क्योंकि कमलेश ठाकुर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी हैं। सुक्खू ने अपनी पत्नी को जीत दिलाने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है। हमीरपुर में बीजेपी के आशीष शर्मा और कांग्रेस के पुष्पेंद्र वर्मा के बीच सीधा मुकाबला हो रहा है। नालागढ़ में कांग्रेस के हरदीप सिंह को भाजपा के केएल ठाकुर से कड़ी चुनौती मिल रही है।


यूपी में एनडीए और इंडिया आमने-सामने

उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच कड़े मुकाबले की बिसात बिछ गई है। लोकसभा चुनाव के दौरान इंडिया गठबंधन ने अपनी ताकत दिखाते हुए 43 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि एनडीए 36 सीटों पर ही सिमट गया था।

विपक्षी गठबंधन जीत के इस मोमेंटम को बनाए रखना चाहता है। दूसरी ओर योगी आदित्यनाथ के लिए 10 सीटों पर हो रहा उपचुनाव अग्निपरीक्षा माना जा रहा है। लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद यदि भाजपा उपचुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी तो योगी को लेकर सवाल उठने लगेंगे। भाजपा के साथ ही सपा और कांग्रेस इन सीटों को लेकर रणनीति बनाने की कोशिश में जुटी हुई हैं।

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