COVID-19 JN.1: देशभर में 1000 से अधिक कोरोना के मामले, UP में भी बढ़े JN.1 के मरीज

COVID-19 JN.1: देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट JN.1 का प्रकोप बढ़ रहा है। शुक्रवार को रिकॉर्ड हुए नए मामलों के बाद, कुल मामलों की संख्या देशभर में 1000 से अधिक हो गई है।

Written By :  Aakanksha Dixit
Update: 2024-01-12 13:51 GMT

Corona New Variant (Source:Social Media) 

Corona Update : देशभर में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट JN.1 की गति तेजी से बढ़ रही है। शुक्रवार को दर्ज हुए नए मामलों के बाद, देश में कुल मरीजों की संख्या 1000 के पार हो गई है। अब तक 16 से अधिक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में JN.1 के मामले रिपोर्ट हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना के नए मामलों को देखते हुए नोटिफिकेशन जारी किया है और सावधानी बरतने की। देश में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट JN.1 की गति लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार को दर्ज़ हुए नए मामलों के बाद, देश में कुल मरीजों की संख्या 1000 के पार हो गई है। इस समय, 16 से अधिक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में JN.1 के मामले रिपोर्ट हो चुके हैं।

कर्नाटक में मरीजों की संख्या ज्यादा

SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के आंकड़ों के अनुसार, कर्नाटक में सबसे अधिक 214 मामले रिपोर्ट हुए हैं। इसके पश्चात महाराष्ट्र में 170, केरल में 154, आंध्र प्रदेश में 189, गुजरात में 76, और गोवा में 66 मामले सामने आए हैं। वहीँ दूसरी तेलंगाना और राजस्थान में एक समान 32-32 JN.1 के मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में 25, तमिलनाडु में 22, दिल्ली में 16, उत्तर प्रदेश में 6, हरियाणा में 5, ओडिशा में 3, पश्चिम बंगाल में 2, और उत्तराखंड में 1 मामला दर्ज किया गया है। अभी तक, 16 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में JN.1 के कुल 1,013 मरीज सामने आए हैं।

केंद्र सरकार ने राज्यों को दिए निर्देश

देशभर में बढ़ रहे नए मामलों की दृष्टि से, सभी राज्यों को चेतावनी दी गई है कि वे निरंतर इन सभी मामलो पर नजर बनाएं रखें, ताकि किसी भी खतरे का निपटारा किया जा सके। केंद्र सरकार ने राज्यों से अपील की है कि वे केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी की गई दिशानिर्देशों का पालन करें।

कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1 के लक्षण

  • बुखार
  • बहती नाक
  • गला खराब होना
  • सिर दर्द
  • कुछ मामलों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं
  • अत्यधिक थकान
  • थकावट और मांसपेशियों में कमजोरी

आपको बता दे कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जेएन.1 वेरिएंट को कम जोखिम वाले वेरिएंट की श्रेणी में रखा है। JN.1, ओमीक्रॉन का एक उप-वेरिएंट है। इसीलिए उम्मीद जताई जा रही है कि इसका व्यवहार भी ओमीक्रॉन की तरह ही होगा, जो अन्य वेरिएंट की तुलना में हल्का था। लेकिन फिर भी सावधानी बरतनी होगी और इनमे से किसी भी लक्षण के महसूस होने पर तुरंत नज़दीकी अस्पताल से सम्पर्क करें। 

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