Caste Census: 2025 में शुरू होगी जनगणना, 2026 में पूरी होगी, जाति की गिनती का इरादा नहीं
Caste Census: चार साल की देरी के बाद, जनगणना प्रक्रिया अगले साल से शुरू होगी और 2026 में पूरी होगी।
Caste Census: चार साल की देरी के बाद, जनगणना प्रक्रिया अगले साल से शुरू होगी और 2026 में पूरी होगी। जनगणना 2021 में होनी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण देरी हो गई। जनगणना में जाति की गिनती नहीं रखे जाने की संभावना है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अब जनगणना का चक्र भी बदलेगा। हर 10 साल में होने वाली जनगणना अब 2035 में होगी। अब तक हर 10 साल में होने वाली जनगणना दशक की शुरुआत में होती थी। चूंकि गिनती चार साल विलम्ब से हो रही है सो अगली गिनती दस साल बाद ही होगी।
जाति की गिनती नहीं
सरकार ने अभी तक जाति जनगणना पर फैसला नहीं लिया है, जिसकी मांग कई विपक्षी दल कर रहे हैं। जनगणना में धर्म और वर्ग को ध्यान में रखा जाता है, लेकिन इस बार लोगों से यह भी पूछा जा सकता है कि वे किस संप्रदाय को मानते हैं।
पता चला है कि फिलहाल सरकार की जाति जनगणना की अनुमति देने की कोई योजना नहीं है। दरअसल, मौजूदा फॉर्म में, जहाँ सर्वेक्षण करने वाला हर व्यक्ति अपना नाम, विवरण, पारिवारिक विवरण आदि प्रकाशित करता है, वहीं उसके पास धर्म का विवरण दर्ज करने का विकल्प होता है। एक और कॉलम है जो उन्हें अनुसूचित जनजाति या अनुसूचित जाति के रूप में पहचानता है। फॉर्म में एकमात्र अतिरिक्त बात यह होगी कि सर्वेक्षण करने वाले लोगों को अपने धर्म के तहत अपने संप्रदाय का उल्लेख करने की अनुमति होगी।
फिर आएगा परिसीमन
जनगणना पूरी होने के बाद लोकसभा सीटों का परिसीमन शुरू होगा। परिसीमन प्रक्रिया 2028 तक पूरी होने की उम्मीद है। इससे आने वाले वर्षों में देश को अधिक निर्वाचित प्रतिनिधि मिलेंगे। परिसीमन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही 33 प्रतिशत महिला आरक्षण जैसी व्यवस्था लागू की जा सकेगी।
फैक्ट फ़ाइल
- भारत में पहली जनगणना 1872 में हुई थी। स्वतंत्रता के बाद पहली जनगणना 1951 में और अंतिम जनगणना 2011 में दर्ज की गई थी।
- 2011 के आंकड़ों के अनुसार, भारत की जनसंख्या 121.1 करोड़ है, जिसमें 52 प्रतिशत पुरुष और 48 प्रतिशत महिलाएँ हैं। इस जनगणना के दौरान ही भारत के इतिहास में पहली बार ट्रांसजेंडर की संख्या को भी ध्यान में रखा गया था।
- आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश लगभग 20 करोड़ लोगों के साथ सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है और सूची में दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है जिसकी आबादी 11 करोड़ से अधिक है। लगभग छह लाख के साथ सिक्किम सबसे कम आबादी वाला राज्य है।