चीन की गंदी साजिश: PM, नेता, खिलाड़ी सबकों बना रहा निशाना, रिपोर्ट में खुलासा

लद्दाख बॉर्डर लाइन ऑफ एक्चूअल कंट्रोल( LAC) पर बीते 4 महीनोें से चीन अपनी नापाक हरकतों को कायम करते हुए घुसपैठ करने की बार-बार कोशिश कर रहा है। बॉर्डर पर चीन अपनी गतिविधियों को बढ़ता ही जा रहा है और युद्ध के संकेत देते हुए सीमा पर मुस्तैदी लगाए बैठा हुआ है।

Update: 2020-09-14 06:10 GMT
लद्दाख बॉर्डर लाइन ऑफ एक्चूअल कंट्रोल( LAC) पर बीते 4 महीनोें से चीन अपनी नापाक हरकतों को कायम करते हुए घुसपैठ करने की बार-बार कोशिश कर रहा है। बॉर्डर पर चीन अपनी गतिविधियों को बढ़ता ही जा रहा है और युद्ध के संकेत देते हुए सीमा पर मुस्तैदी लगाए बैठा हुआ है।

नई दिल्ली। लद्दाख बॉर्डर लाइन ऑफ एक्चूअल कंट्रोल( LAC) पर बीते 4 महीनोें से चीन अपनी नापाक हरकतों को कायम करते हुए घुसपैठ करने की बार-बार कोशिश कर रहा है। बॉर्डर पर चीन अपनी गतिविधियों को बढ़ता ही जा रहा है और युद्ध के संकेत देते हुए सीमा पर मुस्तैदी लगाए बैठा हुआ है। इन सबके चलते एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस खुलासे में सामने आया है कि चीन कुछ कंपनियों के द्वारा भारतीयों पर नजर रख रहा है। सबसे अहम बात तो ये है कि इनमें प्रधानमंत्री से लेकर कई बड़े मंत्री और अफसरों तक का डिजिटल डाटा कलेक्ट किया जा रहा है। फिर चीनी कंपनी ये डाटा कलेक्ट कर अपनी सरकार को सौंपती है। ऐसे में चीन की ये साजिश भारत के लिए एक बड़ा खतरा बन सकती है।

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इसी सिलसिले में सूत्रों से सामने आई एक रिपोर्ट में दावा किया है कि चीन की झेनझुआ डाटा इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी लगभग 10,000 भारतीयों का डाटा इकट्ठा कर रहा है। इसमें सोशल मीडिया पर सारी हरकतों से लेकर लाइक और कमेंट तक, उनकी होने वाली उपस्थिति तक शामिल है। चीनी कंपनी की नजर देश के प्रधानमंत्री से लेकर बड़े बिजनेसमैन, कई राज्यों के मुख्यमंत्री, नेता, सांसद खिलाड़ी पर टिकी हुई है।

फोटो-सोशल मीडिया

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चीन कर रही पूरा डाटाबेस तैयार

साथ ही चाइनीज़ इंटेलीजेंस के लिए काम करने का दावा करने वाली ये कंपनी दूसरे देशों के लोगों पर नजर रखती है। इसमें राजनीति, सरकार, टेक्नोलॉजी, मीडिया, फिल्म सहित कई अन्य क्षेत्रों के लोगों और संस्थानों की निगरानी की जाती है। इसके तहत झेनझुआ कंपनी किसी भी व्यक्ति का डिजिटल फुटप्रिंट फॉलो करती है। इसमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के डाटा, इन्फॉर्मेशन लाइब्रेरी को तैयार किया जाता है।

फोटो-सोशल मीडिया

चीनी कंपनियों द्वारा चुराया जा रहा ये डेटा में केवल डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध चीजें नहीं बल्कि सभी कागजात, कौन कहां शामिल हो रहा है, कौन किसे हायर कर रहा है ऐसी बातें भी नोटिस की जाती हैं। मतलब कि इस कंपनी का काम किसी भी व्यक्ति का पूरा डाटाबेस तैयार कर चीनी सरकार और उनकी एजेंसियों को सौंपना है।

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नीति का उपयोग अमेरिका समेत अन्य देशों में

अब ऐसे में इस बात के खुलासे से ये साफ हो गया है कि चीन केवल सीमा पर नहीं बल्कि साइबर की दुनिया में भी भारत के खिलाफ युद्ध लड़ाता नजर आ रहा है। इसे ही हाइब्रिड वारफेयर के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।

चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी(PLA) द्वारा तैयार की गई नीति है। चीन की ओर से ऐसी नीति का इस्तेमाल सिर्फ भारत नहीं बल्कि अमेरिका समेत अन्य देशों में भी किया जा रहा है ऐसे में इस नई दुनिया में चीन ने अपना फोकस मिलिट्री से हटाकर आम आदमी को साधने पर शुरू कर दिया है, जिसके जरिए वह दूसरे देश के लोगों पर अपनी पक्की पकड़ बना सके।

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