कांग्रेस के दिग्गजों की छुट्टी: पार्टी में मचा हाहाकार, इनका भी नाम शामिल
चुनाव कांग्रेस की बदहाली पर कांग्रेस में घमासान तेज हो गया है। मंगलवार को रिजल्ट आया तो कांग्रेस को सिर्फ 4.26 फीसदी 3,95,924 वोट मिले जबकि करीब 7 लाख...
नई दिल्ली। चुनाव कांग्रेस की बदहाली पर कांग्रेस में घमासान तेज हो गया है। मंगलवार को रिजल्ट आया तो कांग्रेस को सिर्फ 4.26 फीसदी 3,95,924 वोट मिले जबकि करीब 7 लाख कांग्रेस के सदस्य हैं।
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इस हर की जिम्मेदारी लेकर प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने मंगलवार को ही इस्तीफा दे दिया था जबकि प्रभारी पीसी चाको ने बुधवार को कहा कि वह पहले हीं इस्तीफा दे चुके थे।
शक्ति सिंह गोहिल बने अंतरिम प्रभारी
बुधवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने बयान जारी करके कहा कि दोनो का इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष ने तत्काल प्रभाव से मंजूर कर लिया है। बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को दिल्ली का अंतरिम प्रभारी नियुक्त किया। वो बिहार का काम भी देखते रहेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा है कि मैं पार्टी का मुखिया हूं तो हार मेरी जिम्मेदारी है। वहीं पूर्वी दिल्ली से कृष्णा नगर के जिलाध्यक्ष गुरचरण सिंह ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। गुरचरण सिंह ने कहा है कि जिले में कांग्रेस को अच्छे वोट नहीं दिला सके जिसकी जिम्मेदारी लेते हैं।
चोपड़ा बोले- पार्टी मुखिया हूं तो हार की जिम्मेदारी मेरी है
सुभाष चोपड़ा ने कहा कि तीन महीने पहले काम मिला। पूरी ताकत से काम किया लेकिन मतदाता ऐसी पार्टी की तरफ गए जिसके मुखिया शहीन बाग व अन्य जगह विरोध में जुटे लोगों के पास तक नहीं गया। दूसरी पार्टी धर्म जाति के नाम पर बांटती है। मैं पार्टी का मुखिया हूं तो हार मेरी जिम्मेदारी है।
कांग्रेस का वोट आप को गया
पीसी चाको ने कहा कि शीला दीक्षित जब सीएम थीं और आम आदमी पार्टी ने पहला चुनाव लड़ा 2013 में तभी कांग्रेस का वोट बैंक उस पार्टी की तरफ खिसका। उसके बाद आप की तरफ वोट खिंचता चला गया। कांग्रेस उसे वापसी नहीं ला पाई। हालांकि जनता ने धुर्वीकरण की राजनीति नकार दी।