सैम पित्रोदा के बयान से कांग्रेस ने किया किनारा, बताया दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य

Sam Pitroda Controversy: कांग्रेस के करीबी माने जाने वाले सैम पित्रोदा के विवादित बयान से खुद कांग्रेस ने ही किनारा कर लिया है। जयराम नरेश ने पित्रोदा के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

Report :  Aniket Gupta
Update: 2024-05-08 09:54 GMT

Sam Pitroda Controversy: भारतीय सूचना क्रांति के अग्रदूत माने जाने वाले व कांग्रेस के करीबी सैम पित्रोदा अपने विवादित बयानों की वजह से एक बार फिर चर्चा में हैं। दरअसल, सैम पित्रोदा ने भारतीयों की तुलना चीनी-अफ्रीकी लोगों से कर दी। इसके बाज देश की राजनीति और गरम हो गई है। सैम पित्रोदा के इस बयान पर कांग्रेस भी बैकफुट पर दिखाई दे रही है। पार्टी ने पित्रोदा के बयान से किनारा कर लिया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, 'सैम पित्रोदा ने भारत की विविधता को बताने के लिए जिन उपमाओं का इस्तेमाल किया है, वे दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इन उपमाओं से पूरी तरह असहमत है और इनसे किनारा करती है।'

विपक्षी गठबंधन के नेताओं ने भी बयान से किया किनारा

पार्टी के साथ साथ विपक्षी गठबंधन के सहयोगी पार्टियों ने भी इस बयान से दूरी बनाई है। शिवसेना यूबीटी नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने सैम पित्रोदा के इस बयान को लेकर कहा कि 'मैं उनके बयान से सहमत नहीं हूं, लेकिन क्या वे घोषणापत्र समिति के सदस्य हैं? क्या कांग्रेस के स्टार प्रचारक हैं? क्या वे देश में रहते हैं? वे विदेश में रहते हैं। प्रियंका चतुर्वेदी ने आगे कहा कि ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि सैम पित्रोदा के मुद्दे को देश का मुद्दा बनाया जा रहा है। एक तरफ देश के मुद्दे हैं और दूसरी तरफ पित्रोदा का अमेरिका में दिया हुआ बयान। हम इसमें कुछ नहीं कर सकते और न ही ये कोई मुद्दा है। प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि न ही ये देश पित्रोदा के बयान पर प्रतिक्रिया देना चाहता है।'

इस तरह के बयानों से कांग्रेस को नुकसान

कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता तहसीन पूनावाला ने भी सैम पित्रोदा के इस बयान पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा 'पार्टी को यह तय करना पड़ेगा कि सैम पित्रोदा को उनके लिए बोलना चाहिए या नहीं। हर बार वे इस तरह का विवादित बयान देते हैं। अब दक्षिण भारतीयों को अफ्रीकी या पूर्व के लोगों को चाइनीज कहने की क्या जरूरत थी? यह नस्लभेदी बयान है। तहसीन पूनावाला ने आगे कहा कि पार्टी के नेता जो जमीन पर लड़ रहे हैं, उन्हें इस तरह के बयानों से नुकसान होगा। इससे लोग नाराज होंगे, ऐसे में मीडिया पर गुस्सा निकालने से कोई फायदा नहीं है। पार्टी को उन्हें बयान देने से रोकना चाहिए, खासकर चुनाव के वक्त न बोलें। मुझे लगता है कि कांग्रेस ऐसा कर सकती है।'

सैम पित्रोदा का विवादित बयान

सैम पित्रोदा ने एक हालिया इंटरव्यू में भारत की विविधता पर बात करते हुए कहा 'हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं, जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरों जैसे और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हम सभी बहन-भाई हैं।' अब सैम पित्रोदा के इस बयान के बाद से ही राजनीति गरम हो गई है। भाजपा ने पित्रोदा के बयान को रंगभेदी और नस्लभेदी बताया है।

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