Politics : 'महात्मा गांधी की विरासत खतरे में', CWC की बैठक में सोनिया गांधी का मोदी सरकार पर प्रहार
Politics : कांग्रेस संसदीय दल (CPP) प्रमुख सोनिया गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी प्रेरणा के मूल स्रोत हैं और रहेंगे।
Politics : कांग्रेस संसदीय दल (CPP) प्रमुख सोनिया गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी प्रेरणा के मूल स्रोत हैं और रहेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में सत्ता में बैठे लोगों और उन्हें पोषित करने वाली विचारधाराओं और संस्थाओं से उनकी विरासत को खतरा है। बता दें कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में बेलगांव में हो रही है, सोनिया गांधी इस बैठक में शामिल नहीं हो सकी है। बैठक में उनके संदेश को पढ़ा गया है।
कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक में सोनिया गांधी गांधी का संदेश पढ़ा गया है, जिसमें उन्होंने कहा कि आज हम महात्मा गांधी की विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए खुद को फिर से समर्पित करते हैं। वे हमारी प्रेरणा के मूल स्रोत हैं और रहेंगे। उन्होंने मोदी सरकार और RSS पर प्रहार किया और कहा कि नई दिल्ली में सत्ता में बैठे लोगों और उन्हें पोषित करने वाली विचारधाराओं और संस्थानों से महात्मा गांधी की विरासत खतरे में है।
गांधीवादी संस्थाओं पर हो रहा हमला
उन्होंने कहा कि इन संगठनों ने कभी स्वतंत्रता के लिए लड़ाई नहीं लड़ी, महात्मा गांधी का हमेशा विरोध किया। उनके द्वारा बनाए गए जहरीले माहौल के कारण महात्मा गांधी की हत्या हुई और वे उनके हत्यारों का महिमामंडन करते हैं। उन्होंने कहा कि देश भर में विभिन्न स्थानों पर, गांधीवादी संस्थाओं पर हमला हो रहा है। ऐसे में यह उचित है कि इस बैठक को 'नव सत्याग्रह बैठक' कहा जाए। उन्होंने कहा कि हमें इन ताकतों का सामना करने के लिए पूरी ताकत और संकल्प से जुटना होगा।
यहीं महात्मा गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली थी
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आज कांग्रेस के इतिहास में बहुत सुनहरा दिन है। गांधीजी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के सौवें वर्ष पर बेलगांव में महात्मा गांधी नगर में ऐतिहासिक नव सत्याग्रह बैठक हो रही है। 100 साल पहले यहीं 26 दिसंबर, 1924 को 3 बजे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली थी। इससे पहले मौलाना मुहम्मद अली कांग्रेस अध्यक्ष थे।
यहीं से कांग्रेस के इतिहास में रोज सुबह राष्ट्रीय ध्वज समारोह पूर्वक फहराने और शाम को उतारने का सिलसिला आरंभ हुआ। उन्होंने कहा कि गांधीजी केवल एक बार एक साल के लिए ही कांग्रेस अध्यक्ष बने थे, लेकिन उन्होंने इसके बाद इतनी लंबी लकीर खींची कि उसकी बराबरी कर पाना किसी भी राजनेता के लिए संभव नहीं है।
बीजेपी पर लगाया नफरत फैलाने का आरोप
उन्होंने कहा कि गांधीजी ने कांग्रेस के संविधान को नया रूप दिया है। गांव, गरीब, किसानों औऱ मजदूरों के दिलों में कांग्रेस के लिए मजबूत आधार बनाया। कांग्रेस संगठन को रचनात्मक कामों से जोड़ा। छुआछूत औऱ भेदभाव के खिलाफ मुहिम को कांग्रेस के मुख्य एजेंडे में शामिल किया। आप सभी को गर्व होना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी के पास राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विरासत है। हम लोग उनके उत्तराधिकारी है। उन्होंने मोदी सरकार और बीजेपी पर प्रहार करते हुए कहा कि बहुत अफ़सोस की बात है कि 100 साल बाद भी आज का सत्ताधारी दल और उनके नेता खुलेआम भड़काऊ नारे देते हैं और उनके बड़े नेता ही समाज में सद्भाव बिगाड़ रहे हैं, समुदायों के बीच नफ़रत फैला रहे हैं। लोगों को लड़ाने का काम कर रहे हैं।