Kolkata Rape Murder Case: उंगली तोड़ने की करनी होगी व्यवस्था... ममता के मंत्री के विवादित बोल, उधर CM पर पोस्ट लिखने वाली छात्रा गिरफ्तार

Kolkata Rape Murder Case: सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट करने के आरोप में कोलकाता पुलिस ने एक कॉलेज छात्रा को गिरफ्तार किया है। वहीं ममता बनर्जी के एक मंत्री उदयन गुहा ने कहा कि जो लोग ममता बनर्जी पर उंगली उठा रहे हैं उनकी उंगली को तोड़ने का बंदोबदस्त करना होगा।

Update: 2024-08-19 09:02 GMT

Kolkata Rape Murder Case (Pic:Newstrack) 

Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर की घटना से देशभर में गुस्सा और विरोध है। विरोध में विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के छात्र और डॉक्टर सोमवार को भी प्रदर्शन कर रहे हैं। जहां सोशल मीडिया पर भी लोग महिला डाक्टर से रेप और मर्डर के विरोध में प्रमुखता से अपनी आवाज उठा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कोलकाता पुलिस घटना के संबंध में कथित तौर पर गलत सूचना पोस्ट करने के आरोप में कई लोगों को नोटिस भेज रही है, जिसमें टीएमसी के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रे का नाम भी शामिल है।

ममता के मंत्री के बिगड़े बोल

इन सबके बीच बंगाल की ममता सरकार पर लगातार उठ रहे सवालों को लेकर पश्चिम बंगाल के मंत्री उदयन गुहा भड़क गए हैं। उन्होंने कूच बिहार में एक विवादित बयान देते हुए कहा है कि जो लोग ममता बनर्जी के खिलाफ उंगली उठा रहे हैं उनकी उंगुली तोड़ने का बंदोबस्त करना होगा।

उदयन गुहा ने आगे कहा, जो लोग सोशल मीडिया में ममता बनर्जी के खिलाफ़ अपशब्द कह रहे हैं और जो लोग उंगली उठाकर ममता बनर्जी का इस्तीफ़ा मांग रहे हैं, उन उंगलियों की पहचान कर उनको तोड़ने का बंदोबस्त करना होगा नहीं तो ये लोग बंगाल को बांग्लादेश बनाने की कोशिश करेंगे। उन्हें नहीं पता हसीना ने जो गलती की ममता बनर्जी ने वो गलती नहीं की है। अस्पताल में तोड़फोड़ के बावजूद ममता बनर्जी ने गोली नहीं चलवाई।


छात्रा को किया अरेस्ट

वहीं कोलकाता पुलिस ने एक कॉलेज छात्रा को गिरफ्तार किया है जिस पर सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट करने का आरोप लगा है। 23 वर्षीय छात्रा को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट करने और कथित तौर पर बलात्कार पीड़िता की पहचान का खुलासा करने के लिए तलतला पुलिस स्टेशन ने गिरफ्तार किया है। तलतला पुलिस स्टेशन में एक शिकायत प्राप्त हुई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि आरोपी छात्रा ने आरजी कर अस्पताल में हुई घटना से संबंधित तीन इंस्टाग्राम स्टोरी अपने अकाउंट पर अपलोड की है, जिसमें पीड़ित महिला की तस्वीर और पहचान का खुलासा किया गया है।

साथ ही आरोपी छात्रा पर आरोप लगा कि उसने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के खिलाफ भी दो स्टोरी शेयर की है, जिसमें आपत्तिजनक टिप्पणियां और उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है। कहा गया कि यह बहुत ही भड़काऊ प्रकृति की है और इससे कभी भी सामाजिक अशांति पैदा हो सकती है और समुदाय के बीच नफरत को बढ़ावा मिल सकता है।

शिकायत के आधार पर बीएनएस की धारा 72/79/240/351(2)/352/353(1)/356(2)/196(1) के तहत एफआईआर दर्ज की गई और तलतला पुलिस स्टेशन की एक टीम ने लेकटाउन स्थित छात्रा के घर से रविवार दोपहर उसे गिरफ्तार कर लिया।


छात्रा की वकील ने उठाए सवाल

गिरफ्तार आरोपी छात्रा सोमवार को बैंकशाल कोर्ट में पेश किया जाएगा। छात्रा की वकील सौम्या शुभ्रा रत ने मीडिया को बताया, 17 अगस्त को एफआईआर दर्ज की गई और 18 अगस्त को उसकी गिरफ्तारी की गई। पुलिस बिना किसी जांच के उसे गिरफ्तार करने की जल्दी में थी। उसे जांच में शामिल होने के लिए कोई पूर्व नोटिस भी नहीं दिया गया था। कोलकाता पुलिस सीधे उसके घर पहुंची और उसे थाने ले गई। हम जानना चाहते हैं कि इतनी जल्दी क्यों थी? क्या यह केवल उच्च अधिकारियों को खुश करने के लिए था?

समन के खिलाफ टीएमसी सांसद पहुंचे हाईकोर्ट

वहीं तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रे कोलकाता पुलिस के उस नोटिस के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंच गए हैं, जिसमें उन्हें पुलिस मुख्यालय में तलब किया था। शुखेंदु शेखर ने मांग की थी कि सीबीआई को कोलकाता के पुलिस आयुक्त और आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य से पूछताछ करनी चाहिए।

उन्होंने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य तथा पुलिस आयुक्त को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की मांग की थी ताकि पता चल सके कि आत्महत्या की बात किसने और क्यों फैलाई। इस पोस्ट को कोलकाता पुलिस ने फेक करार देते हुए उन्हें नोटिस भेजकर तलब किया था। अब शुखेंदु ने इस समन को रद्द करने के लिए हाईकोर्ट का रुख किया है। उनकी याचिका में पुलिस के नोटिस को चुनौती दी गई है।

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