Corona Update: कोरोना से बढ़ रहीं मौतें! एक दिन में 12 लोगों की गयी जान, लगातार बढ़ रहे केस

Corona Update: देश में जेएन.1 संक्रमण के अब तक कुल 511 मामले सामने आए हैं, जिनमें सबसे अधिक मामले कर्नाटक में दर्ज किए गए हैं।

Written By :  Neel Mani Lal
Update:2024-01-05 17:42 IST

Covid-19 Update: कोरोना संक्रमण की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। भारत में पिछले 24 घंटों में एक दिन में कोरोना के 761 नए केस मिले हैं जबकि 12 और मौतें दर्ज की गईं। इन हालातों में सावधानी, सतर्कता और जिम्मेदार व्यवहार अत्यंत आवश्यक है। मास्क और साफ सफाई सबसे बेसिक उपाय हैं सो इनका पालन करें।

पिछले साल 5 दिसंबर तक दैनिक मामले दोहरे अंक तक गिर गए थे। लेकिन कोरोना वायरस के नए सब वेरियंट जेएन.1 के उद्भव और ठंडे मौसम की स्थिति ने मामलों में हालिया वृद्धि में योगदान दिया है। देश में जेएन.1 संक्रमण के अब तक कुल 511 मामले सामने आए हैं, जिनमें सबसे अधिक मामले कर्नाटक में दर्ज किए गए हैं।

एक्टिव केस 4334 हुए

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कोरोना का सक्रिय केसलोड 4,334 हो गया है।आंकड़ों के अनुसार, 12 मौतों में से केरल में पांच, कर्नाटक में चार, महाराष्ट्र में दो और उत्तर प्रदेश में एक मौत हुई, जिससे मरने वालों की अब तक की कुल संख्या 5,33,385 हो गई है।स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटों में 838 लोग कोरोना से ठीक हुए, जिससे ठीक होने वालों की कुल संख्या 4.44 करोड़ हो गई।राष्ट्रीय रिकवरी दर 98.81 प्रतिशत है जबकि मृत्यु दर 1.18 प्रतिशत आंकी गई है।

जनवरी 2020 में देश में कोरोना के प्रकोप के बाद से अब तक भारत में 4.50 करोड़ मामले दर्ज किए गए हैं। 4 जनवरी को 760 नए मामले और दो मौतें दर्ज कीं गईं थीं जबकि 3 जनवरी को 602 ताजा संक्रमण और पांच मौतें दर्ज की गईं।

ब्रेन पर असर

कोरोना के दुष्प्रभाव और दीर्घकालिक लक्षण केवल सांस संबंधी समस्याओं तक ही सीमित नहीं हैं। ये दुष्प्रभाव दिल की धड़कन, मस्तिष्क धुंध, उनींदापन और बहुत कुछ तक फैल सकते हैं। हालाँकि कोरोना वायरस मुख्य रूप से श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है, लेकिन वैज्ञानिक जानते हैं कि वायरस मस्तिष्क जैसे अन्य शारीरिक क्षेत्रों में भी समस्याएँ पैदा कर सकता है। यूनाइटेड किंगडम के एक हालिया अध्ययन के अनुसार, कोरोना ​​संक्रमण के महीनों बाद भी मस्तिष्क क्षति जारी रह सकती है।

क्या करें

  • मूलभूत सावधानियों का पालन करें, जैसे कि सामाजिक दूरी, मास्क पहनना और हाथ की सावधानीपूर्वक स्वच्छता बनाए रखना। ये सरल लेकिन प्रभावी उपाय वायरस के खिलाफ हमारी रक्षा की पहली पंक्ति बने हुए हैं।
  • लक्षणों पर ध्यान दें: जेएन.1 वैरिएंट और मूल वायरस के बीच समानता को देखते हुए, बुखार, गले में खराश और नाक बहने जैसे लक्षणों पर पूरा ध्यान दें।
  • बुजुर्ग और पहले से मौजूद स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोग अधिक संवेदनशील हैं। उनकी सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतें।
  • भीड़भाड़ से बचें। बन्द जगहों में प्रॉपर वेंटिलेशन रखें।
  • सबसे अच्छी सावधानी मास्क लगाना है, खासकर सार्वजनिक स्थानों पर, सो इसका पालन करें।
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