'संसद में नहीं छोड़ता तो आम मुस्लिम के साथ क्या करता होगा?', रमेश बिधूड़ी के बयान पर दानिश अली ने स्पीकर को लिखा लेटर

Danish Ali on Ramesh Bidhuri : बसपा सांसद दानिश अली ने अपने खिलाफ बीजेपी एमपी रमेश बिधूड़ी की पार्लियामेंट में अर्मयादित टिप्पणी को लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है।

Report :  aman
Update: 2023-09-22 10:55 GMT

रमेश बिधूड़ी और दानिश अली (Social Media)

Ramesh Bidhuri Remark : बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली (BSP MP Danish Ali) ने अपने खिलाफ भारतीय जनता पार्टी सांसद रमेश बिधूड़ी (BJP MP Ramesh Bidhuri) की संसद में अर्मयादित टिप्पणी मामले में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Om Birla) को पत्र लिखा है। दानिश अली द्वारा शुक्रवार (22 सितंबर) को स्पीकर को लिखे लेटर में उन्होंने लिखा है कि मामले को विशेषाधिकार समिति (Privilege Committee) को भेजा जाए।

बसपा सांसद दानिश अली ने बिधूड़ी के बयान पर कड़ी आपत्ति जाहिर की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, 'क्या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की शाखाओं और नरेंद्र मोदी जी की प्रयोगशाला में यही सिखाया जाता है? आपका कैडर जब एक चुने हुए सांसद को भरी संसद में…जैसे शब्दों से अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ता तो वो आम मुसलमानों के साथ क्या करता होगा? यह सोच कर भी रूह कांप जाती है।'

दानिश अली ने पत्र में क्या लिखा?

बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली ने स्पीकर को पत्र में लिखे, 'मैं आपको (लोकसभा स्पीकर) ये सब गहरी पीड़ा के साथ लिख रहा हूं। मेरे खिलाफ चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की सफलता पर चर्चा के दौरान टिप्पणी की गई। नई संसद में हुई ये घटना दिल तोड़ने वाली है। वो अल्पसंख्यक समाज से आने वाले एक चुने हुए प्रतिनिधि हैं।'

विशेषाधिकार समिति के पास भेजा जाए

दानिश अली ने पत्र में लिखा, कि वो रमेश बिधूड़ी के खिलाफ नियम- 222, 226 और 227 के तहत नोटिस देना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'मैं आपसे आग्रह करता हूं कि नियम- 227 के तहत इस मामले को विशेषाधिकार समिति (privilege committee) के पास भेजा जाए। मेरा आग्रह है कि इस मामले में जांच का आदेश दिया जाए।' बसपा सांसद ने कहा, इस मामले में कार्रवाई जरूरी है ताकि देश का माहौल और दूषित न हो।' 

मायावती- कार्ऱवाई नहीं होना सही नहीं

इस पूरे मामले पर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati on Ramesh Bidhuri Remark) ने कहा, 'कार्ऱवाई नहीं होना सही नहीं है'। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'दिल्ली से भाजपा सांसद द्वारा बीएसपी सांसद श्री दानिश अली के खिलाफ सदन में आपत्तिजनक टिप्पणी को हालांकि स्पीकर ने रिकॉर्ड से हटाकर उन्हें चेतावनी भी दी है. वरिष्ठ मंत्री ने सदन में माफी मांगी किन्तु पार्टी द्वारा उनके विरुद्ध अभी तक समुचित कार्रवाई नहीं करना दुखद/दुर्भाग्यपूर्ण।' 

अखिलेश बोले- इंसान की पहचान चेहरा नहीं, ज़ुबान होती है

इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लिखा, 'इंसान की पहचान चेहरा नहीं, ज़ुबान होती है। सत्ता के नशे में बेसुध भाजपा के एक सांसद द्वारा विपक्ष के एक अल्पसंख्यक सांसद को अति अभद्र तरीके से संबोधित करना किसी आपराधिक घटना से कम नहीं है। ये भाजपा की नकारात्मक राजनीति का निकृष्टतम रूप है जिसमें अन्य भाजपाई सांसदों का हँसते हुए सम्मिलित होना दिखाता है कि ये किसी एक भाजपाई की गलती नहीं है बल्कि ये भाजपा के अधिकांश सदस्यों की निर्लज्जता का बेशर्म प्रदर्शन है। ऐसे सासंदो पर, किसी भी प्रकार की संसदीय विशेषाधिकारों की छूट से परे, किसी एक सांसद नहीं बल्कि पूरे संसद और संविधान की मानहानि करने का मुक़दमा होना चाहिए और ताउम्र की पाबंदी भी।'


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