Delhi Assembly Election: AAP में बड़ी बगावत के आसार, टिकट कटने पर भड़के विधायक, आज ले सकते हैं बड़ा फैसला
Delhi Assembly Election: आप की तीसरी सूची भी जल्द ही जारी होने वाली है और जानकारों का कहना है कि इसमें भी दो विधायकों के टिकट काटे जाने की तैयारी है।
Delhi Assembly Election: दिल्ली के विधानसभा चुनाव अगले साल की शुरुआत में होने वाले हैं और दिल्ली की सत्ता पर कब्जा बनाए रखने के लिए आम आदमी पार्टी अपनी पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर चुकी है। चुनाव तारीखों की घोषणा से पहले ही पार्टी की ओर से 31 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए जा चुके हैं। आप मुखिया अरविंद केजरीवाल विभिन्न चुनाव क्षेत्रों में फीडबैक के आधार पर टिकट बांट रहे हैं। एंटी इनकंबेंसी के डर और फीडबैक के आधार पर अभी तक 18 विधायकों के टिकट काटे जा चुके हैं।
आप की तीसरी सूची भी जल्द ही जारी होने वाली है और जानकारों का कहना है कि इसमें भी दो विधायकों के टिकट काटे जाने की तैयारी है। टिकट करने से नाराज विधायकों ने लामबंद होना शुरू कर दिया है। इन विधायकों की ओर से बड़ी बगावत की संभावना जताई जा रही है। सीलमपुर के विधायक अब्दुल रहमान ने पहले ही आप से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। अब टिकट से वंचित विधायक आज बड़ी बैठक करने वाले हैं जिसमें आगे की रणनीति को लेकर फैसला किया जाएगा।
अभी तक 18 आप विधायकों के टिकट कटे
आम आदमी पार्टी ने अभी तक विधानसभा चुनाव के लिए दो सूचियां जारी की हैं। पहली सूची में 11 सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित किए गए थे जबकि दूसरी सूची में 20 सीटों पर पार्टी प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया गया था। आप मुखिया अरविंद केजरीवाल ने बड़ा फैसला लेते हुए पहली सूची में पांच विधायकों के टिकट काट दिए थे जबकि दूसरी सूची में 13 सीटों पर मौजूदा विधायकों को टिकट से वंचित कर दिया गया था। इस तरह पार्टी नेतृत्व अभी तक 18 विधायकों के टिकट काट चुका है।
पार्टी की ओर से जल्द ही तीसरी सूची भी जारी की जाने वाली है। जानकार सूत्रों का कहना है कि इस सूची में भी दो विधायकों का टिकट कटना तय माना जा रहा है। पार्टी नेतृत्व में जिन विधायकों के टिकट काटे हैं,उनमें जबर्दस्त नाराजगी दिख रही है। टिकट से वंचित विधायक अभी तक खामोश बैठे हुए थे मगर अब वे बड़ा फैसला लेने की तैयारी में जुटे हुए हैं। इसके लिए आज एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है।
नाराज विधायकों ने बुलाई बड़ी बैठक
आप के नाराज विधायकों की आज विधानसभा स्पीकर रामनिवास गोयल के आवास पर होने वाली बैठक में बड़ा फैसला लिया जा सकता है। स्पीकर गोयल ने गत 5 दिसंबर को राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था। जानकार सूत्रों का कहना है कि गोयल को भी इस बात का आभास हो गया था कि इस बार केजरीवाल उन्हें टिकट नहीं देंगे।
इस कारण उन्होंने शाहदरा के टिकट की घोषणा से पहले ही राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था। बाद में केजरीवाल ने 2013 में भाजपा के टिकट पर शाहदरा से चुनाव जीतने वाले जितेंद्र सिंह शंटी को आप में शामिल कर लिया और पार्टी में आते ही उन्हें शाहदरा से टिकट देने का ऐलान कर दिया गया।
आप में बड़ी बगावत के आसार
नाराज विधायकों की बैठक के दौरान आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। बैठक में इस बात का फैसला लिया जाएगा कि पार्टी में रहकर ही लीडरशिप के खिलाफ मोर्चा खोला जाए या पार्टी से इस्तीफा दिया जाए। इस्तीफा देने की स्थिति में सभी नाराज विधायक एक साथ इस्तीफा दे सकते हैं। यदि एक साथ इस्तीफा देने का फैसला किया गया तो उसके पहले प्रेस कांफ्रेंस करने की तैयारी है जिसमें जनता से किए गए झूठे वादों और पार्टी में चल रही तानाशाही का खुलासा किया जाएगा।
जानकारों का कहना है कि यदि नाराज विधायकों ने पार्टी छोड़ने का फैसला किया तो आप को आने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान बड़ा झटका लग सकता है। आप के खिलाफ इस बार भाजपा भी पूरी मजबूत तैयारी के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में जुटी हुई है। दूसरी ओर इस बार के विधानसभा चुनाव में आप का वोट काटने के लिए कांग्रेस प्रत्याशी भी बड़ी भूमिका निभाएंगे। ऐसे में आप की चुनावी संभावनाओं को बड़ा झटका लग सकता है।
एक नाराज विधायक ने दिया इस्तीफा
नाराज विधायकों का कहना है कि पार्टी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि टिकट काटने के पीछे क्या रणनीति है और इससे पार्टी को क्या फायदा होने वाला है। पार्टी मुखिया केजरीवाल को पहले से ही विधायकों की नाराजगी की सुगबुगाहट मिल गई थी। इसलिए उन्होंने चुनाव से काफी पहले ही प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। इसके पीछे रणनीति यह है कि नाराज विधायकों की बगावत पर काबू पाया जा सके और नए चेहरों को विभिन्न चुनाव क्षेत्रों में प्रचार के लिए पर्याप्त समय मिल सके।
इस बीच सीलमपुर विधानसभा सीट से टिकट काटे जाने के बाद नाराज विधायक अब्दुल रहमान ने आप से इस्तीफा देकर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है। आप से इस्तीफा देने के साथ ही उन्होंने पार्टी नेतृत्व पर तीखा हमला बोला है। सीलमपुर से इस बार आप ने अब्दुल रहमान की जगह कांग्रेस से आए मतीन अहमद के बेटे जुबैर अहमद को चुनाव मैदान में उतारा है।