Delhi Kanjhawala Accident: अंजलि की दोस्त निधि के दावे पर उठ रहे सवाल, दिल्ली पुलिस ने भी किया बड़ा खुलासा

Delhi Kanjhawala Accident: दिल्ली पुलिस ने गुरूवार को एक और बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि मामले में 5 नहीं बल्कि 7 आरोपी हैं।

Update:2023-01-05 14:46 IST

अंजलि की दोस्त निधि (Pic:Social Media)


Delhi Kanjhawala Accident: कंझावला हादसे को लेकर खुलासों का दौर जारी है। जैसे – जैसे जांच आगे बढ़ रही है, नए तथ्य सामने आ रहे हैं। इसके अलावा घटना से जुड़े सीसीटीवी के कई फुटेज भी वायरल हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने गुरूवार को एक और बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि मामले में 5 नहीं बल्कि 7 आरोपी हैं। पुलिस को सीसीटीवी और पूछताछ के बाद इन दो आरोपियों के बारे में पता चला है, जो फिलहाल फरार हैं। फरार आरोपियों की तलाश के लिए एक टीम गठित कर दी गई है।

निधि के दावे पर उठ रहे सवाल

जिस रात अंजलि के साथ हादसा हुआ था उस दौरान स्कूटी पर उसकी दोस्त निधि पर सवार थी। हालांकि, उसे हादसे में कुछ नहीं हुआ था। घटना के काफी देर बार वह सबके सामने आई। निधि ने पुलिस को बताया कि वह दुर्घटना से इतनी डर गई थी कि वह घटनास्थल पर अपनी दोस्त को छोड़कर भाग गई। उसके मुताबिक, वह सुबह अपने घर पहुंची थी। लेकिन एक सीसीटीवी फुटेज उसके इस दावे पर सवाल खड़े कर रहा है।

31 दिसंबर की रात को एक्सीडेंट के बाद निधि एक सीसीटीवी फुटेज में पैदल जाती दिख रही हैं। यह फुटेज हादसे वाली जगह से कुछ ही दूरी का है। निधि के पड़ोसियों ने बताया कि उसने रात में पहले अपने घर का दरवाजा खटखटाया। गेट नहीं खुला तो वह उसके पास आई। वह बहुत हड़बड़ी में थी।

इससे पहले निधि ने पुलिस को बताया था कि हादसे वाली रात उसकी दोस्त अंजलि काफी नशे में थी। मेरे मना करने के बावजूद उसने स्कूटी ड्राइव करने का फैसला लिया। निधि के इस दावे को अंजलि के फैमिली डॉक्टर ने खारिज किया है। डॉक्टर भूपेश ने कहा कि अटॉप्सी रिपोर्ट में मृतका के पेट में अल्कोहल नहीं था। वहीं, पीड़िता की मां ने भी निधि पर झूठ बोलने का इल्जाम लगाया है। उनका कहना है कि निधि को मैं नहीं जानती हूं। उसे कभी मैंने नहीं देखा है। मेरी बेटी की हत्या में वह भी शामिल हो सकती है।

दिल्ली पुलिस की 18 टीमें कर रही जांच

अंजलि की मौत की जांच दिल्ली पुलिस की 18 टीमें कर रही है। स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि आरोपियों को मृतक लड़की अंजलि और चश्मदीद निधि का कोई कनेक्शऩ नहीं मिला है। पूछताछ में पुलिस को ये भी पता चला कि गाड़ी दीपक नहीं अमित चला रहा था। आरोपी जानते थे कि गाड़ी में बॉडी फंसी हुई है। एक्सीडेंट का केस देखते हुए अमित ने ड्राइविंग की बात पुलिस से छिपाई। गिरफ्तार पांचों आऱोपियों के बयान में विरोधाभास पाए जाने के बाद पुलिस लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने का फैसला ले सकती है। उधर, कोर्ट में घटना की चश्मदीद निधि का बयान दर्ज कर लिया गया है। 

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