Delhi: मौलाना मदनी के नेतृत्व में मुस्लिम नेताओं की अमित शाह के साथ हुई बैठक, जानें किस बात पर हुई चर्चा

Muslim leaders Meeting with Amit Shah: प्रतिनिधिमंडल मोदी सरकार के खिलाफ आलोचनात्मक रूख रखने वाले जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी के नेतृत्व में अमित शाह से मुलाकात करने पहुंचा था।

Update: 2023-04-05 13:57 GMT
Amit Shah With Maulana Madni (Photo: Social Media)

Muslim leaders Meeting with Amit Shah: रामनवमी के मौके पर देश के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक घटनाओं के कारण स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। ऐसे माहौल में मुस्लिम धर्मगुरूओं और बुद्धिजीवियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये मुलाकात मंगलवार देर रात करीब 11 बजे हुआ था। प्रतिनिधिमंडल मोदी सरकार के खिलाफ आलोचनात्मक रूख रखने वाले जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी के नेतृत्व में अमित शाह से मुलाकात करने पहुंचा था।
डेलीगेशन में शामिल अन्य प्रमुख चेहरों में नियाज फारूकी, कमाल फारूकी और प्रोफेसर अख्तरूल वासे हैं। जानकारी के मुताबिक, बैठक में मुस्लिम नेताओं ने भारत में बढ़ रहे इस्लामोफोबिया पर अपनी चिंताओं से अमित शाह को अवगत कराया। प्रतिनिधिमंडल ने कर्नाटक में बीजेपी सरकार द्वारा पसमांदा मुसलमानों के आरक्षण खत्म किए जाने पर चिंता प्रकट की। केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न राज्यों के मुस्लिम धर्मगुरू और बुद्धिजीवी शामिल थे। अमित शाह के आवास पर यह बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली। शाह ने बारी-बारी से तमाम नेताओं की बातें सुनी। बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान मुस्लिम नेताओं ने यूनिफॉर्म सिविल कोड पर शाह से उनका रूख जानने की कोशिश की। जिसपर गृहमंत्री ने तत्काल कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।

रामनवमी हिंसा का भी उठा मुद्दा

बैठक के दौरान मुस्लिम नेताओं ने हाल ही में रामनवमी पर हुई हिंसा का मुद्दा भी गृह मंत्री के सामने उठाया। मुस्लिम डेलीगेशन ने अमित शाह के सामने मुसलमानों से जुड़ी समस्याओं को लेकर एक प्रजेंटेशन भी दी। मुस्लिम नेताओं ने मॉब लिंचिंग और हेट स्पीच जैसे मामलों पर सरकार की चुप्पी को तकलीफदेह बताया है। गृह मंत्री के साथ मीटिंग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), कश्मीर में धारा 370 हटाने और सेम सेक्स मैरिज जैसे मुद्दे भी उठाए गए। बैठक में तय हुआ कि सीएए पर आगे विस्तार से चर्चा की जाएगी। जमीयत उलेमा ए हिंद से जुड़े सूत्र ने बताया कि बैठक के दौरान अमित शाह ने हेट स्पीच और मॉब लिंचिंग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है।
बता दें कि इससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत भी प्रमुख मुस्लिम मौलानाओं से दिल्ली में मुलाकात कर चुके हैं। हाल ही में बीजेपी ने यूपी में अपने कोटे से विधान परिषद सदस्य के लिए एएमयू के वीसी को नामित किया है। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, यूपी निकाय चुनावों में बड़े पैमाने पर मुसलमानों को टिकट भी दिया जाएगा। सियासी जानकार इन सब कवायदों को साल 2024 के आम चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं।

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