केंद्रीय मंत्री बोले- आक्रांताओं का नाम... हमारी भी है आस्था, दिल्ली की तुगलक लेन अब विवेकानंद मार्ग

Tughlaq lane Name: दिल्ली में भाजपा के सांसदों ने खुद ही तुगलक लेन का नाम बदल लिया। बोले हमारी आस्था...;

Update:2025-03-07 12:24 IST

Tughlaq lane Name (Photo: Social Media)

Tughlaq Lane Name: भारतीय जनता पार्टी अपनी भारी जीत के बाद दिल्ली में लगातार एक्शन मोड में है। 27 साल बाद दिल्ली की बागडोर मिलने के बाद भाजपा ने कई बड़े बदलावों को लेकर प्रस्ताव रखा है। इसी कड़ी में अब भाजपा नेताओं ने तुगलक लेन का नाम खुद कही बदल लिया। तुगलक लेन को विवेकानंद मार्ग कर लिया है। नेम प्लेट में भी नाम बदला हुआ दिखाई दिया। केंद्रीय मंत्री गुर्जर ने कहा कि ये राजनीति नहीं है, ये हमारी आस्था है।

उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद भी कई जगहों से नाम बदल दिए गए थे। फैजाबाद, इलहाबाद समेत कई बड़ी जगहों के नामों में बदलाव हुआ था। इसी तरह अब दिल्ली में मांग हुई लेकिन बिना प्रस्ताव ही 'तुगलक लेन' की जगह विवेकानंद मार्ग लिखवा लिया गया है। यूपी से राज्यसभा सांसद डॉक्टर दिनेश शर्मा ने भी 6, तुगलक लेन का नाम बदलकर 6, विवेकानंद मार्ग लिखवा लिया है। इसी फोटो भी उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर किया। वहीं, दिनेश शर्मा के आवास के ही बिल्कुल नजदीक एक अन्य सांसद कृष्णपाल गुर्जर का भी आवास है, उन्होंने भी 8 तुगलक लेन का नाम बदलकर 8 स्वामी विवेकानंद मार्ग लिखवा लिया है। इनकी फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। वहीं, भाजपा ने कहा कि अभी बहुत सड़कें मुगल शासकों और आक्रांताओं के नाम पर हैं। भारतीय वीरों और राजाओं के नाम पर हों।  


पहले भी कई बार इन जगहों का नाम बदलने की उठी मांग

मालूम हो कि भारतीीय जनता पार्टी की ओर से पहले भी कई जगहों के नाम बदलने की मांग की गई थी। इनमें तुगलक रोड, अकबर रोड, हुमायूं रोड, शाहजहां रोड का नाम बदलने का प्रस्ताव रखा गया था। इनके नामों के बदले तुगलक रोड को गुरु गोबिंद सिंह मार्ग, अकबर रोड को महाराणा प्रताप रोड, हुमायूं रोड को महर्षि वाल्मिकी रोड, शाहजहां रोड को जनरल बिपिन रावत रोड करने की मांग की गई थी। लेकिन उससे पहले ही भाजपा के कई विधायकों ने अपने आवास के नाम बदल लिए है। हालांकि इनकी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। न ही आधिकारिक तरीके से मान्य है। 

ये राजनीति नहीं है, हमारी आस्था - गुर्जर

केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद इस देश के युवाओं के लिए एक आदर्श हैं। देश के लोगों की उनके नाम के साथ भावनाएं जुड़ी हुई हैं, हमें ऐसे महापुरुष के नाम पर आस्था है, हमें स्वामी विवेकानंद और उनके आदर्शों में आस्था है, इसीलिए हमने वो नाम लिखवाया है। ये आधिकारिक तौर पर नहीं किया गया है लेकिन देश के लोगों की स्वामी विवेकानंद में आस्था है, हम उन्हें आदर्श मानते हैं। ये देश कानून, नियम और प्रक्रियाओं का पालन करने वाला देश है। ये हमारी आस्था है इसलिए हमने यह लिखा और इसके साथ ही हमने आधिकारिक नाम भी लिखवाया है। ये राजनीति नहीं है, ये हमारी आस्था है।

सड़क या जगह का नाम बदलने का क्या है नियम

दरअसल, किसी सड़क नाम बदलने का एक नियम होता है। किसी सड़क या जगह का नाम बदलने को लेकर गृह मंत्रालय की एक गाइडलाइन है। इसका पालन करना जरूरी होता है। इसी तरह से दिल्ली में किसी सड़क का नाम बदलने के लिए नई दिल्ली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (NDMC) को प्रस्ताव भेजना होता है। ये प्रस्ताव विदेश मंत्रालय, एनजीओ या स्थानीय लोगों में से किसी के भी ओर से दिया जा सकता है। फिर एनडीएमसी के जनरल विभाग के पास भेजता है। इस पर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की एक 13 सदस्यों की कमेटी विचार करती है। जब प्रस्ताव को मंजूर हो जाता है तो इसकी जानकारी एनडीएमसी के पोस्ट मास्टर जनरल को देना होता है। 

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