Delhi: सुनहरे भविष्य का सपना साकार करने के लिए हुई कड़ी प्रतिस्पर्धा
Delhi: विद्याज्ञान आवासीय विद्यालय में प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया। जिसमें एडमिशन पाने की उम्मीद में सैकड़ों बच्चों ने एक्जाम दिया। हर सेशन इस स्कूल में दाखिले के लिए कड़ा कंपटीशन होता है।
Delhi News: करोलबाग के विद्याज्ञान आवासीय विद्यालय के एडमिशन टेस्ट में 442 छात्र शार्टलिस्ट थे, इस स्कूल में एडमिशन के लिए 420 की संख्या में बच्चों ने यह परीक्षा दी। शादीपुर की जेजे कालोनी के नगर निगम विद्यालय में आयोजित प्रवेश परीक्षा में सभी बच्चे समय से पहुंचे। टीचर्स की सख्त निगरानी और अनुशासन के बीच यह प्रवेश परीक्षा संपन्न कराई गई। हर साल इस बोर्डिंग स्कूल में बच्चों का एडमिशन कराने की रेस में सैकड़ों अभिभावक प्रयास करते हैं, हालांकि सीटों के हिसाब से यहां एडमिशन टेस्ट के बाद सेलेक्टेड बच्चों को प्रवेश मिल पाता है।
निःशुल्क विश्वस्तरीय शिक्षा की वजह से हैं डिमांड
विद्याज्ञान आवासीय विद्यालय योजना उत्तर प्रदेश सरकार व शिव नाडर फ़ाउंडेशन के संयुक्त सहयोग से चलाई जा रही है। विद्याज्ञान परियोजना का मूल उददेश्य उत्कृष्ट शिक्षा के माध्यम से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के मध्य शिक्षा के स्तर में मौजूद खाई को पाटकर निम्नआय वर्ग व ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मुहैया कराना है। यह विद्यालय बच्चों को पढ़ाई की आधुनिक जरूरत के हिसाब से सुविधाजनक वातावरण में बिना किसी फीस के विश्वस्तरीय आवासीय शिक्षा उपलब्ध कराते हैं। जिसकी वजह से इसमें एडमिशन को लेकर काफी डिमांड देखी जाती है। गौरतलब है कि इस योजना के आवासीय विद्यालय से पढ़कर निकले बच्चों ने विश्व के बड़े व सम्मानित स्थानों में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है।
नगर निगम के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे हुए शामिल
शिक्षा विभाग के अपर आयुक्त व निदेशक विकास त्रिपाठी की पहल पर दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भविष्य के सपने को साकार करने की उम्मीद में एडमिशन टेस्ट में शामिल हुए। परीक्षा का संचालन करोल बाग क्षेत्र की सहायक निदेशक शिक्षा राजकुमारी, विद्यालय निरीक्षक साधना मीना और विद्याज्ञान स्कूल की तरफ से केन्द्र प्रभारी गायत्री ने कराया। बच्चों को एक्जाम में किसी तरह की दिक्कत नहीं हो, इसके लिए परीक्षा केंद्र की प्रधानाचार्य अंजू जैन और टीचर्स सत्यप्रकाश व पुखराज महावर आदि लगातार परीक्षा गतिविधियों पर नजर बनाए रखे। परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए एचसीएल से आए सदस्य अहम भूमिका निभाते रहे। परीक्षा समाप्त होने के बाद दिल्ली नगर निगम क़रोलबाग क्षेत्र के सभी शिक्षकों व अभिभावकों ने परीक्षार्थियों को सफल होने व उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनायें दी। अब सभी को इंतजार रिजल्ट का है कि कितने बच्चे इस विद्यालय में पढ़ने के सपने को साकार कर सकेंगे।