मुंबई: महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के इतिहास में 31 अक्टूबर तक के किसानों के सभी कर्ज माफ करने का वादा किया। सीएम ने यह वादा राज्य भर में किसानों की हड़ताल के बाद किया है। बता दें, कि किसानों की हड़ताल मंगलवार को छठे दिन में प्रवेश कर गया।
सीएम फडणवीस ने दोपहर बाद मीडिया से बातचीत में कहा, 'हम सभी योग्य और जरूरतमंद किसानों के कर्ज माफ करेंगे। इसके लिए हम आईटी आधारित प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करेंगे। यह इतिहास की सबसे बड़ी किसान कर्ज माफी होगी।'
योग्य लाभार्थियों की पहचान में लगेगा समय
इस निर्णय में विलंब के किसानों के आरोप पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा, 'राज्य सरकार को जरूरतमंद और योग्य लाभार्थियों की पहचान के लिए चार महीनों की आवश्यकता है।' उन्होंने कहा, 'पिछली बार कर्ज माफी योजनाओं में अनियमितता थी और इससे बचने के लिए इस बार सरकार आईटी आधारित प्रौद्योगिकी की मदद लेगी।'
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बातचीत के लिए तैयार, लेकिन..
छह दिन से चल रही हड़ताल पर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, कि सरकार किसान नेताओं के साथ बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन उनके साथ नहीं, जो राजनीति के लिए किसानों का उपयोग कर रहे हैं।
विपक्षी पार्टियां हिंसा के लिए जिम्मेदार
किसानों की हड़ताल और सोमवार के बंद की सफलता के दावों को खारिज करते हुए फडणवीस ने कहा, '307 एपीएमसी में से 300 काम कर रहे थे, तीन हड़ताल पर थे और चार का सोमवार को साप्ताहिक अवकाश था। मेरे पास अलग-अलग क्षेत्रों में हिंसा के पीछे लोगों और उनके राजनीतिक पार्टियों से संबंध होने की पूरी जानकारी है।'
हड़ताली किसानों को कई संगठनों का समर्थन हासिल
बता दें, कि महाराष्ट्र पहली बार किसान आंदोलन का सामना कर रहा है, जिसमें लाखों किसान हिस्सा ले रहे हैं। इस आंदोलन को सत्ताधारी शिवसेना और स्वाभिमानी शेतकारी संगठन का समर्थन हासिल है। इसके अलावा, कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, वाम दलों और 35 प्रमुख व्यापार संघों, कई गैर सरकारी संगठनों, वकीलों और अन्य समूहों ने भी इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया है।